नई दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज दावा किया कि 30 दिसम्बर के आगे की जरुरत के लिए भी नए करेंसी नोट पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं. साथ ही उनका ये भी कहना है कि पूरी तैयारी के साथ ही नोटबंदी की योजना अमल में लायी गयी. दूसरी ओर जेटली ने ये भी सफाई दी कि एक बार में 5000 रुपये से ज्यादा के नोट जमा कराने पर कोई सवाल जवाब नही होगा.


नोटबंदी के बाद जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं, सरकार और रिजर्व बैंक रोज नई सफाई देने में जुटे हैं. अब नई सफाई ये है कि नोटबंदी को लेकर तैयारी में कोई कमी नहीं थी. ये सफाई सूचना के अधिकार के तहत मिली एक जानकारी के बाद आयी है जिसमें कहा गया कि 8 नवम्बर को रिजर्व बैंक के पास स्टॉक में 500 रुपये के कुल मिलाकर 9.13 लाख करोड़ रुपये और 1000 रुपये के कुल मिलाकर 11.38 लाख करोड़ रुपये के नोट थे. यानी साढ़े 20 करोड़ रुपये से भी ज्यादा.


दूसरी ओर उस दिन रिजर्व बैंक के पास 4.94 लाख करोड़ रुपये के ही 2000 रुपये के नए नोट थे. 500 रुपये के नए नोट का जिक्र भी नहीं है. मतलब ये कि जितने नोट सिस्टम से बाहर किए गए, उसके एक चौथाई के बराबर ही रिजर्व बैंक के पास मौजूद थे. वैसे ध्यान रहे कि रिजर्व बैंक के पास जितना नोट स्टॉक में होता है, वो पूरा का पूरा चलन में नहीं होता है. इसीलिए बार-बार ये कहा जा रहा है कि 8 नवम्बर को 15.44 लाख करोड़ रुपये कीमत के 500 और 1000 रुपये के नोट चलन में थे.


आऱटीआई के इस खुलासे की वजह से ये चर्चा गरमाने लगी कि नोटबंदी को लेकर सरकार की तैयारी आधी अधूरी थी. लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ऐसी किसी भी चर्चा को खारिज करते हुए कह रहे हैं कि रिजर्व बैंक जितना नोट छापता है, वो पूरा का का पूरा चलन में नहीं आता. मनी स्टॉक और मनी इन सर्कुलेशऩ में यही अंतर है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आगे भी कैश की कोई कमी नहीं होगी.


इस बीच, सरकार को एक बार फिर अपनी बात से पलटना पड़ा. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा था कि 30 दिसम्बर तक 5000 रुपये से ज्यादा के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट सिर्फ एक ही बार बैंक खाते में जमा कराए जा सकेंगे. जमा कराने वक्त जमाकर्ता से 2 बैंक अधिकारियो की मौजूदगी में पूछा जाएगा कि आखिरकार अब तक पैसा क्यों नहीं जमा कराया गया. जवाब संतोषजनक होने के बाद ही पैसा जमा होगा. लेकिन अब मंगलवार को वित्त मंत्रालय ने कहा कि जवाब तलब नही होगा. आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 30 दिसंबर तक कोई भी बैंक में 500-1000 के पुराने नोटों की शक्ल में पैसा जमा कर सकेगा. लेकिन बैंकों में सारा कैश एक बार में जमा कराना ही बेहतर होगा. बार-बार अगर ग्राहक 500-1000 के पुराने नोट जमा कराने जाएगा तो इससे संदेह पैदा हो सकता है.


इस मौके पर नोटबदली में कुछ बैंककर्मियों के काले कारनामों पर जेटली ने कहा कि कि बैंक प्रबंधन हर संभव कार्रवाई कर रहा है. एक्सिस बैंक का खास तौर पर जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बैंक ने सख्त कदम उठाए हैं.



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