अभी नहीं मिलेगी महंगे प्याज से राहत, नई फसल आने के बावजूद कम नहीं हो हैं दाम
खुदरा मार्केट में थोड़े वक्त के लिए प्याज के दाम नीचे गिरने के बाद एक बार फिर इसके दाम 60 से 70 रुपये तक जा पहुंचे हैं.
बाजार में नया प्याज आने के बावजूद दाम घटने के आसार नहीं दिख रहे हैं. खुदरा मार्केट में थोड़े वक्त के लिए प्याज के दाम नीचे गिरने के बाद एक बार फिर इसके दाम 60 से 70 रुपये तक जा पहुंचे हैं. बाजार में लोकल मंडियों से प्याज आने के बावजूद दाम में कमी नहीं आई है. इस बीच, प्याज का आयात इसलिए धीमा पड़ गया है कि शायद नया प्याज आने से दाम कम हो जाएंगे. लेकिन इसका असर अभी तक नहीं दिख रहा है.
एनसीआर-दिल्ली में प्याज 50 से 70 रुपये
दिल्ली-एनसीआर मार्केट में प्याज के दाम 50 से 70 रुपये के बीच हैं. थोक बाजार में प्याज 25 से 44 रुपये तक बिक रहा है. दिवाली से पहले प्याज में थोड़ी नरमी आई थी यह गिर कर 42 रुपये तक आ गया था. लेकिन अब इसके दाम फिर बढ़ गए हैं. कारोबारियों का कहना है कि दिसंबर से पहले महंगे प्याज राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है. फिलहाल राजस्थान से प्याज की आवक है इसलिए घरेलू खपत की कुछ हद तक भरपाई हो रही है. लेकिन प्याज के दाम तभी गिरेंगे जब महाराष्ट्र के नासिक का प्याज आएगा. नासिक का प्याज मंडी लासलगांव देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी है.
लासलगांव में भी प्याज महंगा
इससे पहले ऐसा लग रहा था कि प्याज के मंहगे दामों से एक -दो सप्ताह में राहत मिल सकती है. मार्केट में प्याज की सप्लाई बढ़ाने के लिए नैफेड ने 15 हजार टन आयातित प्याज का ऑर्डर दिया था. सरकार के इस कदम से प्याज के दाम गिरना तय माना जा रहा था. पिछले कुछ दिनों से सरकार की ओर से उठाए कदम और सप्लाई बढ़ने के बावजूद प्याज के दाम में आई तेजी नहीं रुकी. पिछले सोमवार को लासलगांव मंडी में प्याज की अधिकतम कीमत 3,811 रुपये और न्यूनतम कीमत 1,100 रुपये प्रति क्विंटल और औसत कीमत 3,000 रुपये प्रति क्विंटल थी. पिछले सप्ताह यहां प्याज की औसत कीमत 5,300 रुपये, अधिकतम कीमत 6,191 रुपये और न्यूनतम कीमत 1,060 रुपये थी. रिपोर्टों के मुताबिक लासलगांव में लाल प्याज की औसत कीमत गिरकर 2,451 रुपये प्रति क्विंटल रह गई है.
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