Noida Property Registration Charges : दिल्ली से सटे नोएडा में प्रॉपर्टी खरीदना पहले से ही महंगा था, लेकिन अब लोगों का ये सपना जैसा हो जाएगा. नोएडा में प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे लोगो के लिए ये अच्छी खबर नहीं है. नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने प्रॉपर्टी के रेट में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी है. जिसके बाद आने वाले दिनों में यहां घर से लेकर जमीन लेना और उद्योग लगाना सब कुछ महंगा हो जाएगा. 


Industrial में 30 प्रतिशत बढ़े दाम 
केवल ए प्लस श्रेणी के सेक्टरों को छोड़कर बाकी सभी आवासीय सेक्टरों (Residential Sectors) में प्रॉपर्टी के रेट 20 प्रतिशत तक बढ़े हैं. कुछ इंडस्ट्रियल सेक्टरों (Industrial Sectors) में प्रॉपर्टी के रेट 30 प्रतिशत तक बढ़ाए गए हैं. 


ढाई साल बाद बढ़े रेट 
नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) की बोर्ड बैठक में कई अहम फैसले लिए गए है. आपको बता दे कि इसमें कुल 35 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 20 पर मुहर लगी है. इस बार अधिकांश प्रस्ताव प्रॉपर्टी के नियम कायदों में बदलाव के लिए ही रखे गए थे. शहर में करीब ढाई साल बाद संपत्ति के रेट बढ़ाने का फैसला लिया है.


ब्लड रिलेशन पर कोई चार्ज नहीं 
आपको बता दे कि देश में कोविड महामारी के कारण लोगों को प्लॉट में निर्माण करने के लिए 6 महीने के टाइम एक्सटेंशन की नि:शुल्क छूट दी गई है. हालाँकि इससे सैकड़ो लोगों को फायदा होने वाला है. साथ ही ब्लड रिलेशन में प्रॉपर्टी ट्रांसफर (Property Transfer) करने के लिए अथॉरिटी ने ट्रांसफर चार्ज न लेने का फैसला किया है. इससे भी कई लोगों को राहत मिलेगी. खासकर जो लोग अपने जीते जी बच्चों में प्रॉपर्टी विवाद से बचने के संपत्ति बंटवारा करना चाहते हैं, उन्हें सीधे तौर पर राहत मिलेगी. अथॉरिटी ने सेक्टर-94 में वेस्ट टू वंडर पार्क बनाने का प्रस्ताव पास किया है. इससे शहर के कचरे से खूबसूरत पार्क बनाया जाएगा.


6 कैटगरी में बांटा गया 
नोएडा अथॉरिटी ने रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी (Residential Property in Noida) के हिसाब से पूरे शहर को 6 कैटगरी में बांट रखा है. कैटगरी ए प्लस में सिर्फ सेक्टर-14ए, 15ए, 44 के ए और बी ब्लॉक शामिल हैं. रेजिडेंशियल कैटगरी में 20 प्रतिशत तक आवंटन दरें बढ़ाई गई हैं. 


ये हुआ बदलाव 
अभी ग्रुप हाउसिंग भूखंड (Group Housing Plot) में सबसे ऊपर श्रेणी ए Rs 1 लाख 35 हजार 750 और सबसे कम श्रेणी ई में 51,290 रुपये प्रति वर्गमीटर आवंटन रेट है. आपको बता दे कि इससे पहले 27 सितंबर 2019 को बोर्ड बैठक में सिर्फ रेजिडेंशियल (Residential) की ई श्रेणी में संपत्ति के रेट बढ़ाए गए थे. वर्ष 2020 में ए प्लस की नई श्रेणी बना कुछ सेक्टरों को शामिल किया गया है.


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