Shopping Ban: शॉपिंग पर 11 दिनों का बैन, जानिए कहां लिया गया था यह सनकी फैसला, नरक जैसी हो गई थी जिंदगी
Weird Decision: राजकीय शोक के दौरान लोगों को ग्रॉसरी तक नहीं खरीदने दी गई थी. इन 11 दिनों तक लोगों की जिंदगी बदतर हो गई थी.
Weird Decision: अगर आपसे कहा जाए कि 11 दिन तक आपको कुछ भी नहीं खरीदना है. आप बाजार जाकर किसी भी तरह की शॉपिंग नहीं कर सकते तो आपकी पहली प्रतिक्रिया निश्चित तौर पर गुस्से भरी होगी. मगर, हम आज आपको एक देश में लिए गए ऐसे ही फैसले के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर 11 दिनों तक तक शॉपिंग, ड्रिंकिंग, हंसने, रोने और किसी भी तरह की मनोरंजन गतिविधियों तक पर प्रतिबंध लगाया गया. इस आदेश को जिन्होंने भी नहीं माना वो गायब हो गए और कभी भी नहीं दिखाई दिए. सुनकर आपको आश्चर्य जरूर होगा. मगर, उत्तर कोरिया (North Korea) में ऐसा ही हुआ था.
शॉपिंग, शराब पीने, हंसने या रोने की नहीं थी इजाजत
रेडिओ फ्री एशिया की इस रिपोर्ट को न्यूजवीक ने कवर किया है. इसके मुताबिक, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह राष्ट्रपति किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने अपने पिता किम जोंग इल (Kim Jong Il) की 10वीं बरसी पर 2021 में 11 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया था. इस दौरान किसी भी तरह की शॉपिंग (Shopping Ban) की मनाही हो गई थी. यह प्रतिबंध 17 दिसंबर, 2021 से शुरू हुए थे. इस दौरान किसी भी तरह की खुशी प्रदर्शित करने पर पूरी मनाही थी. नागरिकों ने बताया कि किसी को भी शराब पीने, हंसने, रोने या शॉपिंग की इजाजत नहीं थी. लोगों से कहा गया था कि वह सार्वजनिक स्थलों पर अपने दुःख को प्रकट करें.
ग्रॉसरी शॉपिंग पर भी था बैन
किम जोंग इल की मौत 2011 में हुई थी. उत्तर कोरिया की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. उन्होंने किम परिवार की शासन पर पकड़ बहुत मजबूत कर दी थी. हालांकि, उनकी बरसी हर साल मनाई जाती है. मगर, 2021 में किम जोंग उन ने सारी हदें पार कर दी थीं. ग्रॉसरी शॉपिंग पर भी बैन लगा दिया गया था. यदि उस दौरान किसी के परिवार में मौत भी हुई तो लोगों को ज्यादा जोर से रोने की भी इजाजत नहीं थी. मृतक के शरीर को अंतिम रस्में भी 11 दिनों के राजकीय शोक के बाद ही नसीब हो पाईं. उन दिनों में किसी को जन्मदिन भी नहीं मनाने दिया गया.
गायब हो गए लोग और फिर कभी नहीं दिखाई दिए
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन प्रतिबंधों को न मानने वालों पर कड़ी कार्रवाई की गई. उनके साथ अपराधियों जैसा बर्ताव किया गया. ऐसे लोग गायब हो गए और फिर कभी नहीं दिखाई दिए.
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