Ambani and Adani Relation : एशिया के दो सबसे बड़े अमीरो में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) के बीच टेलिकॉम के बाद एक और सेक्टर में सीधी टक्कर देखने को मिलेगी. आपको बता दें कि अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और अडानी की कंपनी अडानी न्यू इंडस्ट्रीज (ANIL) ने दो-दो कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट्स लगाने का फैसला किया है. 


500 से 600 करोड़ रुपए का निवेश 
ANIL ने उत्तर प्रदेश और गुजरात में सालाना 40 मिलियन टन क्षमता के प्लांट लाने की योजना बनाई है. जबकि अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अभी तक अपने प्लांट्स के लिए लोकेशन को फाइनल नहीं किया है. सूत्रों के अनुसार ये दोनों ही कंपनिया इसके लिए 500 से 600 करोड़ रुपये निवेश करेंगी.


ये है तैयारी 
अडानी (Adani) और रिलायंस (Reliance) कई प्लांट्स के साथ इस सेगमेंट में उतरने की तैयारी बना रहे हैं. आपको बता दे कि एग्रीकल्चर वेस्ट (Agriculture Waste), शुगरकेन प्रेस मड (Sugarcane Press Mud) और म्यूनिसिपल वेस्ट (Municipal Waste) से कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) को बनाया जाता है. ग्रीन हाइड्रोजन बनाने के लिए भी सीबीजी के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है. इसका घरेलू इस्तेमाल किया जा सकता है. यह घरों में पाइप से पहुंचाई जाने वाले नेचुरल गैस (PNG) की जगह ले सकती है. हम अपने रिटेल आउटलेट से सीबीजी (CBG) और सीएनजी (CNG) को गाड़ियों में फ्यूल के तौर पर बेच सकते हैं. साथ ही सीबीजी को अपने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) नेटवर्क में डाल जा सकता हैं. डोमेस्टिक और रिटेल यूजर्स इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.


जियो-बीपी ब्रांड के साथ रिलायंस आगे
रिलायंस (Reliance) ने बीपी के साथ मिलकर एक जॉइंट वेंचर रिलायंस बीपी मोबिलिटी (BP Mobility) बनाया है. देशभर में इस कंपनी के जियो-बीपी ब्रांड के तहत 1400 से अधिक पेट्रोल पंप हैं. इसी तरह अडानी ग्रुप की सहयोगी कंपनी अडानी टोटल गैस सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (City Gas Distribution) में काफी सक्रिय है. 


पेट्रोल से कम दाम 
आपको बता दे कि पेट्रोल डीज़ल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे है. वही कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) की आकर्षक कीमतों के कारण प्राइवेट कंपनियों का झुकाव बढ़ रहा है. आपको बता दे कि 2018 में इसकी कीमत 46 से 56 रुपये प्रति किलो थी, जो अब बढ़कर 70 से 76 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है. 


ये है टारगेट 
सीबीजी के उत्पादन के बाद बचने वाली खाद को फर्टिलाइजर (Fertilizer) के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा. केंद्र सरकार ने 2018 अक्टूबर में सीबीजी का उत्पादन और बढ़ाने के लिए एक योजना लॉन्च की थी. इस योजना के तहत फाइनेंशियल ईयर 2023-24 तक 5,000 सीबीजी प्लांट्स लगाने का लक्ष्य रखा गया था. बायोगैस में 60 फीसदी मीथेन (Methane), 40-45 फीसदी कार्बन डाई ऑक्साइड (Carbon Dioxide) और हाइड्रोजन सल्फाइड (Hydrogen Sulfide) पाई जाती हैं.


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