INR in Sri Lanka: एशिया में बजने लगा भारत का डंका, अब नेपाल की तरह रुपये में भी पेमेंट लेगा श्रीलंका!
INR acceptable in Sri Lanka: जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है, एशिया समेत पूरी दुनिया में अपने देश और अपनी करेंसी की स्वीकार्यता बढ़ रही है...
भारत तेजी से एक प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है. अंरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और वर्ल्ड बैंक के अनुमान बताते हैं कि इस वित्त वर्ष में भारत 4 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा. अभी काफी समय से भारत सबसे तेजी गति से तरक्की करने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है. ऐसे में पूरी दुनिया में भारत का कद और भारत की स्वीकार्यता बढ़ रही है.
20 से ज्यादा देशों में रुपया
इस बात का सबूत भारतीय रुपये की बढ़ती स्वीकार्यता है. जहां दुनिया भर में 20 से ज्यादा देश व्यापार में रुपये का इस्तेमाल करने को लेकर सहमत हो गए हैं, वहीं कुछ देश अपने यहा के स्थानीय भुगतान व लेन-देन में भी रुपये को जगह देने लगे हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा में फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात में स्वदेशी पेमेंट सिस्टम यूपीआई की शुरुआत की गई. वहीं यूएई रुपये में ट्रेड सेटलमेंट पर सहमत हुआ. इस तरह रुपये में ट्रेड सेटल करने पर सहमत होने वाले देशों की संख्या 20 से ज्यादा हो गई.
नेपाल में सालों से इस्तेमाल
अब ऐसे देशों की बात करें, जहां स्थानीय लेन-देन में भी रुपये का इस्तेमाल किया जा सकता है, तो इस मामले में सबसे पहला नाम आता है नेपाल का. नेपाल में बहुत पहले से भारतीय रुपये का इस्तेमाल होता आया है. नोटबंदी के बाद इसमें कुछ उठा-पटक देखने को मिली, लेकिन अभी भी नेपाल में भारतीय रुपये में लेन-देन हो रहा है.
बांग्लादेश ने भी कर दी शुरुआत
नेपाल के बाद बीते एक महीने के भीतर दो नए देश स्थानीय भुगतान में रुपये को स्वीकार करने पर सहमत हुए हैं. संयोग से ये दोनों देश भी पड़ोस में ही स्थित हैं. करीब एक महीने पहले बांग्लादेश के सेंट्रल बैंक ने कहा था कि उनके देश में भारतीय रुपये में भुगतान किया जा सकता है. इतना ही नहीं बल्कि बांग्लादेशी सेंट्रल बैंक ने भारतीय क्रेडिट-डेबिट कार्ड से भी पेमेंट स्वीकार करने की बात कही थी.
श्रीलंका के विदेश मंत्री का बयान
अब इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है पड़ोसी देश श्रीलंका का. श्रीलंका स्थानीय लेनदेन के लिए डॉलर, यूरो और येन की तरह ही भारतीय रुपये को भी स्वीकार करने पर विचार कर रहा है. श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने शनिवार को यह जानकारी दी. साबरी ने कहा, हमने भारतीय रुपये के उपयोग की संभावना पर विचार किया है, जैसे हम डॉलर, यूरो और येन स्वीकार करते हैं.
यूपीआई पर पहले ही बनी बात
रुपये के सीधे उपयोग की अनुमति मिलने से भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बार-बार मुद्रा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए मुद्रा के रूप में रुपये को अपनाने से वाणिज्यिक संबंध और मजबूत तथा लाभप्रद होंगे. दोनों देश व्यापार और लेनदेन को बढ़ाने के लिए यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान को संचालित करने पर पहले ही सहमत हो चुके हैं.
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