NPPA revise prices of Drugs: दवाओं की कीमतों पर नजर रखने वाले सरकार नियंत्रित राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने 65 नई दवाओं के फॉर्मुलेशन का खुदरा मूल्य तय किए जाने की घोषणा कर दी है. साथ ही 13 फॉर्मुलेशन वाली दवाओं की अधिकतम कीमतें निर्धारित की है. इसके अलावा, 2024 के लिए थोक मूल्य सूचकांक (WPI) में परिवर्तनों के आधार पर आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) में दवा की कीमतों में 0.00551 प्रतिशत की वृद्धि के प्रभाव को शामिल करने के लिए सात अन्य दवाओं की अधिकतम कीमतों को संशोधित किया गया.


दवाओं की कीमतों में किया गया बदलाव


12 दिसंबर को हुई एनपीपीए की 128वीं बैठक में फॉर्मूलेशन की कीमतों में संशोधन को लेकर निर्णय लिया गया. एनपीपीए ने टाइप 2 डायिबटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, बैक्टीरियल इंफेक्शन और दर्द निवारक दवाओं के लिए कीमतें तय की है, जबकि जिन अन्य दवाओं की कीमत बढ़ाई गई है उनमें रेबीज, टिटनस और खसरा के टीके शामिल हैं.


FDC कैटेगरी दवाओं की रिटेल प्राइस में संशोधन


दवाओं की कीमतों का निर्धारण या इनमें बदलाव या संशोधन एनपीपीए का एक नियमित कार्य है. एनपीपीए देश में दवाओं और फार्मूलों की कीमतों में संशोधन करने और उन्हें लागू करने का काम करती है. इनका मकसद दवा कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं से अधिक कीमत वसूलने से रोक लगाना है.


एनपीपीए नियंत्रित और अनियंत्रित दोनों दवाओं की कीमतों की निगरानी करता है. हाल ही में एक सरकारी अधिसूचना में, आवश्यक निश्चित खुराक संयोजन दवाओं (एफडीसी) जैसे कि एटोरवास्टेटिन और एजेटीमीब टैबलेट के कॉम्बिनेशन वाली दवा की रिटेल प्राइस तय की गई हैं, जिनका इस्तेमाल बेड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करके हाई कोलेस्ट्रॉल का इलाज करने के लिए किया जाता है. 


लिस्ट में ये भी हैं शामिल


फिक्स्ड डोज़ कॉम्बिनेशन (FDC) ऐसी दवाएं हैं, जिनमें एक ही गोली में एक से अधिक दवाओं को मिलाया जाता है. लिस्ट में FDC की कैटेगरी में डिस्पर्सिबल एमोक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलैनेट का कॉम्बिनेशन और ग्लिक्लाज़ाइड और मेटफ़ॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड का कॉम्बिनेशन भी शामिल है, जिसका इस्तेमाल क्रमश: साइनसाइटिस जैसे बैक्टीरियल इंफेक्शन और टाइप-2 डायबिटीज के इलाज के लिए किया जाता है. एनपीपीए ने कई डाइटरी सप्लीमेंट की भी रिटेल प्राइस तय की है इनमें ओरल कोलेकैल्सीफेरोल (विटामिन डी3) की गोलियां और एंटीफंगल इट्राकोनाजोल कैप्सूल भी शामिल हैं. 


जिन 20 दवाओं की अधिकतम कीमतों में संशोधन किया गया है, उनमें रेबीज, टिटनस, खसरा और बीसीजी के लिए इंजेक्टेबल इम्युनोग्लोबुलिन जैसी 13 नई दवाएं शामिल हैं, जबकि सात अन्य दवाओं की कीमतों में थोक दर (WPI) के प्रभाव को शामिल करने के लिए संशोधन किया गया है, इनमें थायमिन (विटामिन बी1) के इंजेक्टेबल संस्करण, लिग्नोकेन (स्थानीय संवेदनाहारी) के संस्करण, एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी) की गोलियां और क्लैरिथ्रोमाइसिन (एंटीबायोटिक) की गोलियां और लिक्विड वर्जन शामिल हैं. 


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