NSE: भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने अपनी अर्धवार्षिक समीक्षा में निफ्टी 50, निफ्टी 500, निफ्टी नेक्स्ट 50 सहित कुल 42 इंडेक्स के शेयरों में बदलाव की घोषणा कर दी है. ये एलान कल यानी 17 फरवरी को किए गए हैं. इसके तहत कई इंडाइसेज में बदलाव किए गए हैं और इनमे सेक्टोरल इंडेक्स भी शामिल हैं.


अडानी विल्मर और अडानी पावर को लेकर ये है खबर


इसके अलावा जिन लोगों के पास अडानी समूह की कंपनियों के शेयर हैं उनके लिए भी अच्छी खबर है क्योंकि अडानी पावर और अडानी विल्मर को कुछ इंडाइसेज में शामिल किया गया है. अडानी विल्मर को निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी 100 इंडाइसेज में शामिल किया गया है वहीं अडानी पावर भी निफ्टी 500 का हिस्सा होने जा रहा है. इसके अलावा अडानी पावर को निफ्टी 200, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स, निफ्टी मिडकैप 150, निफ्टी लार्जमिडकैप 250 और निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 इंडाइसेज में शामिल किया जा रहा है.


ये सभी बदलाव 31 मार्च 2023 से प्रभाव में आ जाएंगे, एनएसई ने एक बयान में ये कहा है.  


जानें और कौन से शेयर शामिल किए गए- किन्हें किया गया बाहर


अडानी विल्मर के अलावा एबीबी इंडिया, केनरा बैंक, पेज इंडस्ट्रीज, वरुण बेवरेजेस को निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल किया गया है जबकि बंधन बैंक, बायोकॉन, ग्लैंड फार्मा, एम्फेसिस के साथ पेटीएम को निफ्टी 50 इंडेक्स से बाहर किया जा रहा है. हालांकि निफ्टी ने अपने समयवार समीक्षा में निफ्टी 50 इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं किया है.



अडानी के शेयरों को लेकर हो रही है ये मांग


ध्यान देने वाली बात ये है कि विपक्षी पार्टियां अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट्स को निफ्टी 50 से बाहर करने की मांग तब से कर रही हैं जब से हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आई है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है. 


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