शेयर बाजार (Share Market) में कमाई के मौकों की तलाश करने वाले इन्वेस्टर्स के लिए सरकारी कंपनी एनटीपीसी (NTPC) एक अच्छी खबर लेकर आ रही है. भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी जल्दी ही आईपीओ बाजार में दिखाई दे सकती है. हो सकता है कि यह कंपनी चालू वित्त वर्ष में ही आईपीओ बाजार में दस्तक दे. कंपनी अपनी ग्रीन एनर्जी यूनिट एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NTPC Green Energy Ltd) का आईपीओ (NGEL IPO) लाने की तैयारी कर रही है.
इस कारण आ सकता है आईपीओ
ईटी की एक खबर के अनुसार, एनटीपीसी फंड जुटाना चाह रही है. पहले उसे मलेशिया की कंपनी पेट्रोलियम नेशनल बरहाड के प्रस्ताव से उम्मीदें थीं, जो उसने अब वापस ले ली है. पेट्रोलियम नेशनल बरहाड एनटीपीसी से एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखा रही थी. हालांकि अब पेट्रोलियम नेशनल बरहाड इससे पीछे हट गई है.
एनटीपीसी को मिला था ये ऑफर
खबर में मामले से जुड़े कुछ सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पेट्रोलियम नेशनल बरहाड के सौदे से पीछे हटने के बाद एनटीपीसी आईपीओ लाकर फंड जुटाने का प्रयास कर सकती है. इससे पहले पेट्रोलियम नेशनल बरहाड ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए सबसे ज्यादा करीब 4 हजार करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. पेट्रोलियम नेशनल बरहाड का ऑफर आरईसी लिमिटेड और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के ऑफरों से बड़ा था.
इतना फंड जुटाने की योजना
एनटीपीसी की योजना चालू वित्त वर्ष में करीब 6 हजार करोड़ रुपये जुटाने की है. इसके लिए सरकारी कंपनी हिस्सेदारी में बिक्री समेत तमाम विकल्पों पर गौर कर रही है. फंड जुटाने के इन विकल्पों में एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का आईपीओ भी शामिल है.
तेजी से बढ़ेगी ग्रीन एनर्जी की क्षमता
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की बात करें तो यह सरकारी बिजली उत्पाद कंपनी एनटीपीसी के स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है. एनटीपीसी साल 2032 तक स्टैंडअलोन आधार पर 60 गीगावाट और कंसोलिडेटेड आधार पर 130 गीगावाट की ग्रीन एनर्जी की क्षमता तैयार करना चाहती है. पिछले वित्त वर्ष के अंत तक एनटीपीसी की करीब 15 अक्षय ऊर्जा परिसंपत्तियां एनजीईएल को हस्तांतरित की जा चुकी हैं.
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