केंद्र सरकार ने जीडीपी के आंकड़े को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है. सरकार ने जीडीपी के अनुमानों की संख्या कम कर दी है. इसका मतलब हुआ कि अब सरकार पहले की तुलना में जीडीपी के कम अनुमान जारी करेगी. इसके साथ ही जीडीपी के अंतिम अनुमान जारी करने की समयसीमा एक साल के लिए कम कर दी गई है.
आज आएंगे तीसरी तिमाही के आंकड़े
इस बारे में सरकार ने बुधवार को एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के द्वारा यह नोटिफिकेशन ऐसे समय जारी किया गया है, जब आज गुरुवार को सरकार तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी करने वाली है. आज दिसंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन को लेकर आधिकारिक आंकड़े सामने आने वाले हैं.
6 की जगह 5 बार जारी होंगे आंकड़े
अधिसूचना के अनुसार, अब जीडीपी का तीसरा अनुमान जारी नहीं होगा. इसका मतलब हुआ कि आने वाले दिनों में सरकार जीडीपी के पांच आंकड़े जारी करेगी, जो अभी तक 6 बार जारी किए जाते थे. इसके साथ ही जीडीपी के अंतिम आंकड़े अब तीन साल के अंतराल के बजाय दो साल बाद जारी होंगे. उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी के फाइनल आंकड़े अब 2026 में आएंगे. पुराने फॉर्मूले से फाइनल आंकड़े 2027 में जारी किए जाते.
दो वित्त वर्ष के लिए एक साथ अंतिम आंकड़े
आज जीडीपी के जारी होने वाले आंकड़ों में वित्त वर्ष 2020-21 का तीसरा अनुमान भी जारी होगा, जो संबंधित वित्त वर्ष के लिए अंतिम अनुमान भी होगा. ताजे बदलाव के बाद आज 2021-22 के लिए जो दूसरा अनुमान जारी होगा, वही 2021-22 के लिए अंतिम अनुमान भी होगा, क्योंकि अब सरकार ने तीसरे अनुमान को खत्म कर दिया है. इसी तरह 2022-23 के लिए अंतिम आंकड़े 2025 में जारी होंगे.
इन आंकड़ों में नहीं हुआ बदलाव
हर तिमाही के बाद जीडीपी के जो आंकड़े जारी किए जाते हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं होने वाला है. वहीं शुरुआती अनुमानों यानी जीडीपी के पहले अनुमान और दूसरे अनुमान को जारी किए जाने के समय में भी बदलाव नहीं हुआ है. इसका मतलब हुआ कि जीडीपी के ये आंकड़े आगे भी उसी तरह से आते रहेंगे, जैसा पहले से आते रहे हैं.
ये भी पढ़ें: बिलेनियर्स की लिस्ट में भारत की 15 महिलाएं, इनके पास सबसे ज्यादा दौलत