वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक हालिया रिपोर्ट में भारत में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर की तिमाही में भारत में गोल्ड की डिमांड 30 फीसदी घट गई. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर के बीच देश में सोने की मांग 30 फीसदी घट कर 88.6 टन पर आ गई. हालांकि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में कयास लगाया गया है कि अक्टूबर से दिसंबर के महीने में गोल्ड की मांग में इजाफा होगा.


त्योहार और शादी-ब्याह के सीजन में बढ़ेगी  डिमांड


अक्टूबर से दिसंबर के दौरान भारत में गोल्ड की डिमांड बढ़ने की वजह दीवाली और दूसरे बड़े त्योहार हैं. इसके अलावा अब यहां शादी-ब्याह का भी सीजन आने वाला है. इस वजह से भी गोल्ड की मांग में इजाफे की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक डिमांड बढ़ने से रूरल इकनॉमी में अच्छी रफ्तार दिख रही है. इसका असर गोल्ड बार, सिक्के और ज्वैलरी की बढ़ी मांग में दिख रहा है. देश की गोल्ड डिमांड में रूरल सेक्टर की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है.


जुलाई सितंबर तिमाही में घट गई थी गोल्ड की मांग 


वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर महीने में ज्वैलरी की मांग 29 फीसदी घट कर 24,100 करोड़ रुपये की रह गई थी. हालांकि इस दौरान गोल्ड में निवेश के लिए सोने की डिमांड 33.8 टन रही.पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान निवेश के लिए सोने की डिमांड 22.3 टन रही थी. काउंसिल का कहना है कि भारत में त्योहारी सीजन अभी बाकी है. इसलिए हो सकता है कि आने वाले महीनों में सोने की डिमांड में बढ़ोतरी हो और खरीदारी में इजाफा दिखे. शादी-ब्याह का सीजन भी शुरू होगा. इस सीजन में भी सोने की डिमांड में इजाफा देखने को लगा. इससे गोल्ड की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है.


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