Ola Cabs CEO Resigns: ओला में भी छंटनी होने जा रही है. कंपनी अपने 10 फीसदी स्टाफ को नौकरी से निकालेगी. छंटनी के बीच ओला कैब्स के सीईओ हेमंत बख्शी (Hemant Bakshi) ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने जनवरी, 2024 में ही कंपनी को ज्वॉइन किया था. इसे ओला द्वारा की जा रही रीस्ट्रक्चरिंग का नतीजा माना जा रहा है.
मात्र चार महीने में ही हेमंत बख्शी ने छोड़ा पद
मनी कंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि कंपनी बड़ी छंटनी करने जा रही है. इसके चलते कम से कम 10 फीसदी वर्कफोर्स कम हो जाएगी. हेमंत बख्शी के जाने के बाद कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. हेमंत बख्शी को भी मात्र चार महीने में ही अपना पद छोड़ना पड़ा है. रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि हेमंत बख्शी ओला की बजाय किसी अन्य कंपनी के साथ काम करना चाहते थे. उनकी जगह नए सीईओ का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है.
कंपनी के अंदर चल रही बड़ी हलचल
ओला कैब्स में पिछले कुछ दिनों से बड़ी हलचल मची हुई थी. कंपनी आईपीओ लाने के लिए कई सारे इनवेस्टमेंट बैंकों से चर्चा में जुटी हुई है. साथ ही ओला कैब्स ने कई नए लोगों को अपने साथ जोड़ा है. इनमें सीएफओ के पद पर कार्तिक गुप्ता (Kartik Gupta) और सिद्धार्थ शकधर (Sidharth Shakdher) कंपनी के नए सीबीओ बने हैं. इसके अलावा ओला कैब्स ने अपने इंटरनेशनल बिजनेस को भी बंद कर दिया है. कंपनी ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से इंटरनेशनल कारोबार समेटते हुए बताया था कि वह अपना फोकस भारत पर रखने वाली है. कंपनी का कहना है कि वह 100 करोड़ से ज्यादा भारतीयों तक अपनी सेवाएं पहुंचाना चाहती है.
वित्त वर्ष 23 में रेवेन्यू 2,135 करोड़ रुपये रहा
ओला मोबिलिटी बिजनेस का वित्त वर्ष 2023 में रेवेन्यू 2,135 करोड़ रुपये रहा था. इसमें एक वित्त वर्ष पहले के मुकाबले लगभग 58 फीसदी का उछाल आया था. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का एबिटा 250 करोड़ रुपये पॉजिटिव था. एक साल पहले वित्त वर्ष 2022 में एबिटा लॉस 66 करोड़ रुपये रहा था.
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