Ola Cabs: ओला ने गूगल मैप को कहा अलविदा, बचेंगे 100 करोड़ रुपये
Bhavish Aggarwal: ओला ग्रुप के चेयरमैन भावीश अग्रवाल ने कहा कि हमने ओला मैप्स को लॉन्च कर दिया है. अब ओला कैब्स के अंदर गूगल मैप्स का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
Bhavish Aggarwal: देश की दिग्गज कैब कंपनी ओला (Ola Cabs) ने बड़ा फैसला लेते हुए गूगल मैप्स की सेवाओं को अलविदा कह दिया है. ओला ग्रुप (Ola group) के चेयरमैन भावीश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने कहा है कि इस कदम से कंपनी को सालाना 100 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगी. अब कंपनी गूगल मैप्स (Google Maps) की बजाय कंपनी के द्वारा विकसित ओला मैप्स (Ola Maps) का ही इस्तेमाल करेगी. पिछले ही महीने ओला ने अजूर (Azure) को भी अलविदा कह दिया था.
After Azure exit last month, we’ve now fully exited google maps. We used to spend ₹100 cr a year but we’ve made that 0 this month by moving completely to our in house Ola maps! Check your Ola app and update if needed 😉
— Bhavish Aggarwal (@bhash) July 5, 2024
Also, Ola maps API available on @Krutrim cloud! Many more… pic.twitter.com/wYj1Q1YohO
ओला ने बंद किया गूगल मैप्स का इस्तेमाल
भावीश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि हमने कड़ी मेहनत के बाद ओला मैप्स को पूरी तरह से विकसित कर लिया है. यह पूरी तरफ से देश में ही विकसित सर्विस है. इसके साथ ही हम गूगल मैप्स की सेवाओं का इस्तेमाल बंद कर रहे हैं. हम हर साल गूगल मैप्स को लगभग 100 करोड़ रुपये का भुगतान करते थे. अब यह खर्च जीरो हो जाएगा. हमारे ड्राइवर अब गूगल मैप्स की बजाय ओला मैप्स का ही इस्तेमाल करेंगे.
पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट अजूर से बना ली थी दूरी
ओला ग्रुप के चेयरमैन ने लिखा कि हम माइक्रोसॉफ्ट अजूर से मई में ही दूरी बना चुके हैं. ओला ने अपना काम कंपनी द्वारा ही विकसित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्लेटफॉर्म कृत्रिम (Krutrim) को सौंप दिया है. भावीश अग्रवाल ने मई में ट्वीट किया था कि कोई भी डेवलपर, जो अजूर से अलग होकर काम करना चाहेगा, उसे हम एक साल की फ्री क्लाउड सर्विस उपलब्ध कराएंगे. हम अजूर से अलग होने वालों का पूरा साथ देंगे.
एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर काम करेगी सर्विस
ओला मैप्स की एपीआई कृत्रिम क्लाउड पर मौजूद है. इसके तहत आपको लोकेशन सर्विस का पूरा लाभ मिलेगा. ओला मैप्स में आपको नेविगेशन एपीआई, प्लेसेस एपीआई, टाइल्स एपीआई और राउटिंग एपीआई उपलब्ध कराई जाएंगी. यह सेवा एंड्रॉइड के साथ ही आईओएस प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है. ओला ने अक्टूबर, 2021 में पुणे की जिओस्पोक (GeoSpoc) कंपनी को खरीद लिया था. इसके बाद से ही वह लगातार ओला मैप्स को लॉन्च करने की तैयारियों में जुटे हुए थे. ओला इलेक्ट्रिक के टू व्हीलर्स में भी ओला मैप्स का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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