Ola Electric Mobility Share: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने कंपनी के उस दावे की जांच करने का फैसला किया है जिसमें कंपनी ने बताया है कि 10,644 शिकायतों में से उसने 99.1 फीसदी शिकायतों का निपटारा कर दिया है. ओला इलेक्ट्रिक ने खुद रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा था कि सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (Central Consumer Protection Authority) से उसे नोटिस मिला है और 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है. 


ओला इलेक्ट्रिक ने 21 अक्टूबर, 2024 को स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि, ओला इलेक्ट्रिक के पास व्हीकल्स को लेकर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निपटारा करने के लिए बेहद व्यवस्था है. हम ये बताना चाहते हैं कि सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी से कुल 10,644 जो शिकायतें मिली थी उसमें से 99.1 फीसदी शिकायतों का निपटारा ओला इलेक्ट्रिक के मजबूत रिड्रेसल मैकेनिज्म के तहत कस्टमर्स के पूरी तरह संतुष्ट होने तक कर दिया गया है.   


दि न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से अपने रिपोर्ट में बताया कि डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ओला इलेक्ट्रिक के इस दावे की पड़ताल करेगी साथ ही कंपनी के खराब सर्विसेज को लेकर जिन उपभोक्ताओं ने सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी के पास शिकायत की थी उन कस्टमर्स से मंत्रालय खुद संपर्क कर उनसे ओला इलेक्ट्रिक के दावे को कंफर्म करेगी. 


कॉमेडियन कुणाल कामरा और ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और सीईओ भाविष अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) के बीच सोशल मीडिया पर तकरार के बाद कुणाल कामरा (Kunal Kamra) अभी भी सोशल मीडिया पर कंपनी को टारगेट कर रहे हैं. कुणाल कामरा ने 29 अक्टूबर 2024 को एक पोस्ट पर जवाब देते हुए सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि सीसीपीए सो रही है. 






इससे पहले मंगलवार 29 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंज पर ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का स्टॉक पहली बार अपने आईपीओ प्राइस 76 रुपये से नीचे जा फिसला. कंपनी का शेयर पहली बार आईपीओ प्राइस 76 रुपये से नीचे फिसलते हुए 74.84 रुपये तक जा लुढ़का था. हालांकि बुधवार 30 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 3.13 फीसदी के उछाल के साथ 78.71 रुपये पर कारोबार कर रहा है. 


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