Ola Electric Mobility Share Price: इलेक्ट्रिक टू-व्हीकर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सीसीपीए (Central Consumer Protection Authority) के नोटिस के बाद अब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भी ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ दर्ज शिकायतों की जांच कर सकती है. उपभोक्ताओं की शिकायतों के बाद मंत्रालय इस हफ्ते अपनी कार्रवाई शुरू करते हुए कंपनी से रिपोर्ट देने को कह सकती है. 


बिजनेस टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ सर्विसेज से जुड़ी चिंताओं और मिली शिकायतों के मद्देनजर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भी सर्विसेज से जुड़े मामले में दखल देते हुए कंपनी से रिपोर्ट मांगने का फैसला किया है. इससे पहले कंपनी के खिलाफ 10,000 से ज्यादा कस्टमर की शिकायतों की वजह से सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने नोटिस भेजा है. 


सीसीपीए के नोटिस में कहा गया है कि कंपनी ने कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 की धाराओं का उल्लंघन किया है. इसमें खराब सर्विस, गलत विज्ञापन, अनफेयर ट्रेड प्रेक्टिस और कंज्यूमर राइट्स का उल्लंघन शामिल है. 15 दिनों के भीतर कंपनी को सीसीपीए के नोटिस का जवाब देना है.  डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (Department of Consumer Affairs) के  नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन पर कंपनी के खिलाफ पिछले एक साल में 10,644 शिकायतें आ चुकी हैं. इन सभी में ओला स्कूटर्स की खराब सर्विसेज को लेकर शिकायत दर्ज की गई है. 


ओला इलेक्ट्रिक की दिक्कतें बढ़ती जा रही है. एक तरफ उपभोक्ताओं की शिकायत तो दूसरी तरफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के सेल्स में कंपनी की हिस्सेदारी लगातार महीने दर महीने घटती जा रही है. बजाज ऑटो (Bajaj Auto) और टीवीएस मोटर्स (TVS Motors) तेजी से ओला इलेक्ट्रिक के मार्केट शेयर पर कब्जा करती जा रही है. इसके अलावा कंपनी के सीईओ भविष अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) और कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया में जुबानी जंग से भी कंपनी चर्चा में है.  


ओला इलेक्ट्रिक के लिए राहत की बात ये है कि इन तमाम बातों के बावजूद मंगलवार के कारोबारी सत्र में कंपनी का स्टॉक 5.05 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ है. सुबह स्टॉक बाजार खुलने के बाद 86 रुपये तक जा फिसला था लेकिन निचले लेवल से शेयर में रिकवरी देखी गई और शानदार उछाल के साथ स्टॉक क्लोज हुआ है.  


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