Ola Electric Mobility Share: ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का स्टॉक पहली बार अपने आईपीओ प्राइस 76 रुपये से नीचे जा फिसला है. मंगलवार 29 अक्टूबर 2024 के कारोबारी सत्र में ओला इलेक्ट्रिक का स्टॉक 77.70 रुपये पर खुला. लेकिन बिकवाली के चलते स्टॉक पहली बार आईपीओ प्राइस 76 रुपये से नीचे फिसलते हुए 74.84 रुपये तक जा लुढ़का. ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 9 अगस्त 2024 को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ था.
76 रुपये इश्यू प्राइस से नीचे फिसला ओला इलेक्ट्रिक
देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) का आईपीओ अगस्त 2024 के पहले हफ्ते में आया था. कंपनी ने आईपीओ के जरिए 6145 करोड़ रुपये जुटाये थे. ओला इलेक्ट्रिक की लिस्टिंग 76 रुपये पर ही हुई थी लेकिन स्टॉक में अगले कुछ दिनों में ऐसी तेजी आई कि 76 रुपये वाला स्टॉक डबल से भी ज्यादा उछाल के साथ 157.40 रुपये पर जा पहुंचा. आईपीओ में जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए उन्हें 107 फीसदी का रिटर्न मिला. 20 अगस्त 2024 को स्टॉक ने 157.40 रुपये का हाई बनाया था. लेकिन इस लेवल से स्टॉक आधा हो चुका और शेयर में 52 .45 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. हाल के दिनों में कंपनी के सामने मुश्किलों का पहाड़ खड़ा होता चला गया है.
CCPA ने थमाया नोटिस
सबसे पहले ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ सर्विसेज को लेकर 10,000 से ज्यादा कस्टमर्स की शिकायतों की वजह से सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने कंपनी को अक्टूबर महीने में नोटिस थमा दिया और 15 दिनों के भीतर दवाब देने को कहा. सीसीपीए के नोटिस में कहा था कि कंपनी ने कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 की धाराओं का उल्लंघन किया है. इसमें खराब सर्विस, गलत विज्ञापन, अनफेयर ट्रेड प्रेक्टिस और कंज्यूमर राइट्स का उल्लंघन शामिल है. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (Department of Consumer Affairs) के कंज्यूमर हेल्पलाइन पर कंपनी के खिलाफ पिछले एक साल में 10,644 शिकायतें आई थी और इन सभी में खराब सर्विसेज को लेकर शिकायत दर्ज की गई है. ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी को जानकारी दी है कि उसने कस्टमर्स की 99.1 फीसदी शिकायतों का समाधान कर दिया है.
जुबानी जंग से हुई किरकिरी
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेल्स के मामले में ओला इलेक्ट्रिक को मार्केट शेयर में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है. बजाज ऑटो (Bajaj Auto) और टीवीएस मोटर्स (TVS Motors) का मार्केट शेयर बढ़ रहा है. कंपनी की किरकिरी तब और बढ़ गई जब कंपनी के सीईओ भविष अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) और कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया में जुबानी जंग की शुरुआत हो गई. और ये जुबानी जंग अभी भी थमी नहीं है. कुणाल कामरा ने ओला के स्कूटरों के कस्टमर्स की समस्याओं का मसला उठाते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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