घरेलू इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से पहले छंटनी की तैयारी कर रही है. कंपनी की योजना लागत के बोझ को कम कर मुनाफे में आने की है. इससे कंपनी के सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है.


इतने कर्मचारियों की जा सकती है नौकरी


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक में 400 से 500 कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है. कंपनी अपने ऑपरेशन को स्ट्रीमलाइन करने के लिए छंटनी की योजना पर काम कर रही है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि छंटनी में प्रभावित होने वाले कर्मचारियों का आंकड़ा आने वाले दिनों में बदल भी सकता है, क्योंकि अभी कंपनी का वरिष्ठ प्रबंधन छंटनी के स्केल पर विचार ही कर रहा है.


कई वर्टिकल्स पर होगा छंटनी का असर


बताया जा रहा है कि ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भाविश अग्रवाल प्रस्तावित आईपीओ से पहले कंपनी को मुनाफे में लाना चाहते हैं. अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ओला इलेक्ट्रिक में होने जा रही छंटनी का असर किन कर्मचारियों पर होने वाला है, लेकिन ऐसी आशंका है कि कई वर्टिकल्स के कर्मचारी इससे प्रभावित हो सकते हैं.


हायर हो सकते हैं कम वेतन पर लोग


कंपनी पुराने कर्मचारियों को नौकरी से निकालकर उनमें से कुछ की जगह पर नए कर्मचारियों को हायर कर सकती है. अधिक वेतन वाले पुराने कर्मचारियों की जगह पर कम वेतन पर नए कर्मचारी लाने से कंपनी को लागत कम करने में मदद मिलेगी. सूत्रों का ये भी कहना है कि जितने कर्मचारियों की छंटनी होगी, उसकर तुलना में कम कर्मचारी हायर किए जाएंगे. यानी ओला इलेक्ट्रिक के ओवरऑल हेडकाउंट में कमी तय है.


दिसंबर में फाइल हुआ था ड्राफ्ट


ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले साल दिसंबर में आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट फाइल किया था. उस समय कंपनी ने ड्राफ्ट में बताया था कि अक्टूबर 2023 तक उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 3,733 थी. कंपनी की योजना आईपीओ लाकर निवेशकों से 5,500 करोड़ रुपये तक जुटाने की है.


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