एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती के रूप में मशहूर धारावी को जल्दी ही नया रंग-रूप मिलने वाला है. धारावी के पुनर्विकास की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और इसे राज्य सरकार की ओर से अंतिम मंजूरी दी जा चुकी है. धारावी के पुनर्विकास का प्रोजेक्ट भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के अडानी समूह को मिला है. अंतिम मंजूरी मिलने के बाद गौतम अडानी ने भरोसा जाहिर किया है कि इस प्रोजेक्ट से धारावी का कायाकल्प हो जाएगा.


निवेशकों-शेयरधारकों को लिखा पत्र


गौतम अडानी ने कंपनी के निवेशकों और शेयरधारकों को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने धारावी प्रोजेक्ट को लेकर विस्तार से बातें की. अडानी ने अपने इस पत्र में धारावी के विकास की चर्चा करते हुए बाक्सिंग के दिग्गज माइक टायसन और मशहूर फिल्म डाइरेक्टर डैनी बॉयल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उनका समूह धारावी को इस तरह विकसित करेगा कि टायसन उसे पहचान नहीं पाएंगे.


मुंबई का यह अजीब विरोधाभास


देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में स्थित झुग्गी धारावी दशकों से चर्चित रही है. एक तरफ जिस मुंबई में बीएसई व एनएसई जैसे शेयर बाजार हैं और तमाम भारतीय व बहुराष्ट्रीय दिग्गज कंपनियों के कार्यालय हैं, उसी मुंबई में धारावी बस्ती भी है, जो आज के जमाने में भी कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. एक ही शहर में अमीरी और गरीबी का यह कंट्रास्ट दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करता रहा है.


चर्चित है टायसन का धारावी कनेक्शन


यही कारण है कि धारावी से माइक टायसन और डैनी बॉयल जैसे नाम जुड़ जाते हैं. माइक टायसन ने एक बड़ा चर्चित बयान दिया था कि वह भारत में दो चीजें देखना चाहते हैं- एक ताजमहल और दूसरा धारावी. अडानी इसी प्रसंग का जिक्र करते हुए कहते हैं कि धारावी के पुनर्विकास की परियोजना पूरी हो जाने के बाद अगर टायसन धारावी दोबारा आते हैं तो वह पहचान नहीं पाएंगे.


बिना स्लमडॉग कहलाए बनेंगे करोड़पति


डैनी बॉयल ने धारावी का परिचय पूरी दुनिया से कराया. उन्होंने धारावी को केंद्र में रखकर प्रसिद्ध फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर बनाई, जिसने ऑस्कर जैसे अवार्ड जीते. फिल्म में झुग्गी बस्ती के एक युवक की कहानी है, जो रियलिटी शो में भाग लेकर करोड़पति बन जाता है. अडानी इसका जिक्र करते हुए कहते हैं कि अगर ईश्वर ने चाहा तो धारावी से कई करोड़पति निकलेंगे और वह भी बिना स्लमडॉग कहलाए हुए.


पुनर्विकास के साथ आजीविका पर भी ध्यान


परियोजना के बारे में अडानी कहते हैं कि अभी धारावी के लोग गैस, पानी, बिजली, साफ-सफाई, जल निकासी, स्वास्थ्य देखभाल, मनोरंजन की सुविधाएं और खुली जगह जैसी बुनियादी चीजों से वंचित हैं. उन्होंने धारावी के लोगों को विश्वस्तरीय अस्पताल और स्कूल मुहैया कराने का भरोसा जाहिर किया. उन्होंने कहा कि पुनर्विकास की परियोजना में सिर्फ पुनर्वास पर नहीं बल्कि आजीविका पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिसके लिए उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा. नई धारावी में कौशल विकास आधारित ट्रेनिंग सेंटर समेत उद्यमिता के विभिन्न मॉडलों को जमीन पर उतारा जाएगा.


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