Paytm Share Update: Paytm के शेयर में 70% की गिरावट के बाद सीईओ की सफाई, बाजार परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने के चलते गिरा शेयर
Paytm Share News: कंपनी ने 2150 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ लॉन्च किया था, जो गिरकर 521 रुपये के लेवल पर जा पहुंचा था. आईपीओ प्राइस से शेयर 75 फीसदी से ज्यादा नीचे जा गिरा था.
Paytm Share Update: पेटीएम के शेयर में आई गिरावट के बीच कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा है कि बाजार परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने की वजह से उनकी कंपनी के शेयर मूल्य में गिरावट आई है. विजय शेखर शर्मा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगली छह तिमाहियों में कंपनी EBITDA के मामले में लागत वसूल करने की स्थिति में होगी. शेयर में आई भारी गिरावट के बाद कंपनी के शेयरधारकों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि दुनियाभर में उच्च वृद्धि वाले शेयरों के लिए बाजार की परिस्थितियां अस्थिर बनी हुई हैं, यही वजह है कि आईपीओ प्राइस के मुकाबले कंपनी के शेयर की कीमत में गिरावट आई है.
दरअसल नवंबर 2021 देश की सबसे आईपीओ लॉन्च करने वाली कंपनी पेटीएम ने निवेशक करने वाले निवेशकों को बहुत निराश किया. पेटीएम के शेयर का भाव अर्श से फर्श पर आ गया. कंपनी ने 2150 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ लॉन्च किया था, जो गिरकर 521 रुपये के लेवल पर जा पहुंचा था. आईपीओ प्राइस से शेयर 75 फीसदी से ज्यादा नीचे जा गिरा. हालांकि बीते दो दिनों से पेटीएम के शेयर में खरीदारी देखी गई और शेयर बुधवार को ट्रेड खत्म होने पर 637 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ. लेकिन पेटीएम के शेयर में गिरावट के बीच कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने बाजार परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने की वजह से हाल में उनकी कंपनी के शेयर मूल्य में गिरावट आई है.
विजय शेखर शर्मा ने पत्र में कहा कि कंपनी कारोबार की गति से उत्साहित है. शेयर बाजारों को दी जानकारी में पेटीएम ने कहा मार्च, 2022 में समाप्त तिमाही में कंपनी का लोन डिस्ट्रीबुशन चार गुना से अधिक बढ़कर 65 लाख हो गया जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 13.8 लाख कर्ज दिए थे. वित्त वर्ष 2021-22 में पेटीएम का संपूर्ण कर्ज वितरण पांच गुना से ज्यादा होकर 7,623 करोड़ रुपये हो गया जो 2020-21 में 1,409 करोड़ रुपये था.
2022 की मार्च में तिमाही में पेटीएम का सकल लेनदेन मूल्य (जीएमवी) बढ़कर 2.59 लाख करोड़ रुपये हो गया, एक साल पहले समान अवधि में 1.27 लाख करोड़ रुपये था. जीएमवी 2021-22 में सालाना आधार पर दोगुना से अधिक होकर 8.52 लाख करोड़ रुपये हो गया जो 2020-21 में 4.03 लाख करोड़ रुपये था.
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