ONGC और रिलायंस की इनकम में होगा 3 अरब डॉलर का इजाफा, मॉर्गन स्टेनली ने जारी की रिपोर्ट
Gas Price Increase: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) की इस वित्त वर्ष में सालाना आय दोगुनी होने का अनुमान है.
Gas Price Increase: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) की इस वित्त वर्ष में सालाना आय दोगुनी होने का अनुमान है. गैस की कीमतों में हो रही लगातार तेजी की वजह से कंपनी की आय 3 अरब डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद की जा रही है. वहीं, प्राइवेट सेक्टर की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की आय में भी 1.5 अरब डॉलर का इजाफा हो सकता है.
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया है. रिपोर्ट के मुताबिक, तेल बाजारों में त्रिस्तरीय गिरावट आने के साथ घरेलू गैस उत्पादन में एक दशक बाद आई तेजी से गैस कंपनियों के लिए लाभ कमाने का एक चक्र शुरू होने की स्थिति बनी है.
गैस के बढ़े दाम
सरकार ने एक अप्रैल से तेल उत्पादकों और नियमित क्षेत्रों को दी जाने वाली गैस के दाम 2.9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर रिकॉर्ड 6.10 डॉलर प्रति इकाई कर दिए हैं. रिलायंस के गहरे समुद्र में स्थित क्षेत्रों से निकलने वाली गैस के लिए यह कीमत 62 फीसदी ज्यादा 9.92 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दी गई हैं.
ONGC की है 58 फीसदी हिस्सेदारी
ओएनजीसी की घरेलू गैस उत्पादन में 58 फीसदी हिस्सेदारी है और गैस कीमतों में एक डॉलर प्रति एमएमबीटीयू का भी बदलाव होने से इसकी आय में पांच-आठ फीसदी तक का फेरबदल हो जाता है.
ONGC की आय में 3 अरब डॉलर का हो सकता है इजाफा
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक,‘‘वित्त वर्ष 2022-23 में ओएनजीसी की सालाना आय में तीन अरब डॉलर तक की वृद्धि होने का अनुमान है. इसके अलावा ओएनजीसी का अपनी पूंजी पर रिटर्न या प्रतिफल भी एक दशक बाद 20 प्रतिशत से ऊपर रहने वाला है.’’
25 फीसदी तक बढ़ सकते हैं दाम
इसके साथ ही मॉर्गन स्टेनली ने अक्टूबर, 2022 में संभावित अगली समीक्षा के दौरान गैस की कीमतों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी और होने की संभावना भी जतायी है. इसकी वजह यह है कि आपूर्ति कम रहने से चार वैश्विक मानक गैस कीमतें तेज रह सकती हैं.
किस आधार पर तय होती हैं कीमतें?
भारत घरेलू स्तर पर गैस की कीमतों का निर्धारण गैस के चार वैश्विक केंद्रों एनबीपी, हेनरी हब, अल्बर्टा और रशिया गैस में पिछले 12 महीनों में रहे भाव के आधार पर करता है.
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