ONGC News: ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) ने पीटीसी इंडिया लिमिटेड की विंड पावर यूनिट का अधिग्रहण करने की बोली 925 करोड़ रुपये में जीत ली है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी (पीएसयू) अपने जीवाश्म ईंधन (फॉसिल फ्यूल) कारोबार में संतुलन के लिए रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो बनाने पर ध्यान दे रही है. देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम और गैस उत्पादक कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पिछले कुछ सालों में हाइड्रोकार्बन खोज के अपने मुख्य कारोबार को बढ़ाने के अलावा वह पेट्रोकेमिकल और बिजली कारोबार में पैठ जमा रही है.


पीटीसी के शेयरहोल्डर्स से इस डील को मंजूरी मिलनी बाकी


बयान के मुताबिक, पीटीसी बोर्ड ने पिछले हफ्ते 925 करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्य पर पीईएल में 100 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए ओएनजीसी की बोली को मंजूरी दे दी थी. पीटीसी के शेयरहोल्डर्स से इस डील को मंजूरी मिलनी बाकी है.


रिन्यूएबल एनर्जी के फील्ड में आगे बढ़ रही ओएनजीसी


ओएनजीसी ने कहा कि उसने रिन्यूएबल एनर्जी बिजली उत्पादन के लिए कई कदम उठाए हैं और उसके पास पहले से 189 मेगावॉट क्षमता है, जिसमें विभिन्न स्थानों पर फैले विंड और सोलर पीवी संयंत्र शामिल हैं.


ONGC ने बयान में क्या कहा


कंपनी ने बयान में कहा, "रिन्यूएबल एनर्जी में अपने कारोबार का विस्तार करने की दृष्टि से कंपनी ने पीटीसी इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी पीटीसी एनर्जी लिमिटेड (पीईएल) की 100 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए बोली प्रक्रिया में भाग लिया था."


ओएनजीसी को जानें


ओएनजीसी एक महारत्‍न कंपनी है जो भारतीय घरेलू उत्‍पादन के प्रति लगभग 71 फीसदी का योगदान करने वाली भारत में कच्‍चे तेल और प्राकृतिक गैस की सबसे बड़ी कंपनी है. कच्‍चा तेल, पेट्रोल, डीजल, मिट्टी के तेल, नेप्था और खाना पकाने की गैस एलपीजी जैसे पेट्रोलियम उत्‍पादों का उत्‍पादन करने के लिए आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल जैसी डाउनस्‍ट्रीम कंपनियों द्वारा इस्‍तेमाल किया जाने वाला कच्‍चा माल है.


ये भी पढ़ें


Vegetable Prices: दुर्गा पूजा के मौके पर भी महंगी सब्जियां, यहां अदरक 300 रुपये तो लौकी 90 रुपये प्रति किलो के रेट पर