Online Fraud: अगर आपके साथ भी हुआ है ऑनलाइन फ्रॉड तो 10 दिन में वापस मिल जाएगा पैसा, जानें कैसे?
Online Fraud: अगर आपके साथ भी किसी भी तरह का ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) हुआ है तो आपका पैसा आपको 10 दिन में वापस मिल जाएगा. आइए आपको बताते हैं कैसे-
Online Fraud: अगर आपके साथ भी किसी भी तरह का ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) हुआ है तो अब आपको अपने पैसे की टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. यानी अब आपका पैसा आपको वापस मिल सकता है वो भी सिर्फ 10 दिनों में. देशभर में फैले कोरोना वायरस में साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. पिछले साल लगभग 2.7 करोड़ लोगों की पहचान और कार्ड नंबर चोरी करके उनके साथ फ्रॉड किया गया है. आपको बता दें इस तरह का फ्रॉड (Online Fraud) करने वाले अपराधी आपकी अकाउंट डिटेल्स, पिन और सीवीवी के जरिए पैसा चुरा लेते हैं.
शेयर न करें डिटेल्स
आपको बता दें इस तरह के स्कैम से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको अपनी पर्सनल डिटेल्स और अकाउंट डिटेल्स किसी के भी साथ शेयर नहीं करनी चाहिए.
फर्जी वेबसाइट बनाकर होती है धोखधड़ी
इस तरह फ्रॉड को सफल बनाने के लिए हैकर्स कई तरह की जाली वेबसाइट और ऐप बनाते हैं जो दिखने में बिल्कुल असली वेबसाइट की तरह की लगती हैं. मतलब आपको असली और नकली वेबसाइट में फर्क करने के लिए काफी ध्यान देना पड़ता है. अपराधी इन ही फर्जी वेबसाइट के जरिए धोखाधड़ी करते हैं.
तुरंत बैंक को देनी चाहिए सूचना
इसके अलावा अगर आपके साथ इस तरह का कोई भी फ्रॉड होता है तो आपको तुरंत सभी पक्षों को इस बारे में जानकारी देनी चाहिए. इसके अलावा बैंक को तुरंत इस बारे में सूचना देनी चाहिए, जिससे बैंक सही समय पर सख्त एक्शन ले सके.
आरबीआई भी लोगों को करता है सतर्क
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इस बारे में ग्राहकों को सतर्क किया है कि अपना पिन, सीवीवी और अकाउंट नंबर किसी के साथ शेयर न करें. इसके साथ ही किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें. इसके साथ ही आरबीआई ने कहा कि अगर किसी ग्राहक को इलेक्ट्रॉनिक कारणों से नुकसान हुआ है तो वह शून्य भी हो सकता है.
जानें किस तरह वापस मिलेगा पैसा?
इस समय ज्यादातर बैंक ग्राहकों को फाइनेंशियल फ्रॉड इंश्योरेंस की सुविधा देते हैं. बैंक ग्राहकों को इस तरह के फ्रॉड के बारे में तुरंत बैंक को जानकारी देनी चाहिए. बैंक को जानकारी मिलने के बाद इसके बारे में इंश्योरेंस कंपनी को जानकारी दी जाती है, जिससे ग्राहक का रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है.
10 दिनों में हो जाती है भरपाई
आपको बता दें इस तरह के फ्रॉड की भरपाई 10 दिनों के अंदर हो जाती है. साथ ही गैर अधिकृत ट्रांजेक्शन की भरपाई इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से जाती है. ग्राहकों को 3 दिनों के अंदर फ्रॉड के बारे में जानकारी बैंक को देनी चाहिए
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