कोरोना वायरस की वजह से आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच एक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने-चांदी की मांग बढ़ती जा रही है. लेकिन लॉकडाउन की वजह से ज्वैलर्स स्टोर्स पर लोग कम आ रहे हैं. लेकिन अब वे अपने स्टोर को ऑनलाइन स्टोर में बदल रहे हैं. ग्राहकों को ऑनलाइन सोना खरीदने को प्रेरित किया जा रहा है. बड़े ज्वैलर्स इसे एक अवसर के तौर पर ले रहे हैं.


बदल रहा है गोल्ड कारोबार का मॉडल


वर्ल्‍ड गोल्‍ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की ओर से जारी 'ऑनलाइन गोल्ड मार्केट इन इंडिया' में कहा गया है कि कोविड-19 परंपरागत ज्‍वैलरी रिटेल मॉडल को बदला है. इसके चलते कंज्यूमर्स के एक वर्ग में ऑनलाइन चैनलों के जरिये सोना खरीदने का रुझान बढ़ा है. हालांकि गोल्ड ज्वैलरी की ऑनलाइन खरीद में कई तरह की बाधाएं हैं. इसमें प्रोडक्‍ट को छूकर देखने की चाहत, वापसी की पॉलिसी इत्‍यादि शामिल हैं. ऑनलाइन सोने के आभूषणों की खरीद का औसत आकार 25,000-30,000 रुपये है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के एमडी सोम सुंदरम पीआर ने कहा कि हालांकि, भारत में ऑनलाइन सोने का बाजार 1-2 फीसदी है. लेकिन इसे डिजिटल कारोबारियों और बड़े आभूषण विक्रेताओं, दोनों तरफ से काफी बढ़ावा मिल रहा है.


रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 की वजह से पैदा दिक्कतों से ज्वैलर्स को भारत में मौजूदा कारोबारी मॉडल को फिर से मूल्यांकन करने के लिए बाध्य किया है. ऑनलाइन बिक्री का 70-80 फीसदी खरीद करने वाले 18 से 45 साल के बीच के उपभोक्ता हैं. जबकि ऑनलाइन बिक्री के 45 वर्ष से अधिक उम्र के उपभोक्ता 20-30 फीसदी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑनलाइन सोने के आभूषणों की खरीद का औसत आकार 25,000-30,000 रुपये का है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्षय तृतीया और धनतेरस जैसे शुभ माने जाने वाले त्योहार  .पर ऑनलाइन गोल्ड की अच्छी बिक्री दिखी है.