E-commerce: ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) का क्रेज शहरी इलाकों में लगभग हर किसी को लग चुका है. ईकॉमर्स कंपनियों ने शॉपिंग के प्रति नजरिया बदलकर और उसे सुविधाजनक बनाकर शहरों में अपना कारोबार फैला लिया था. मगर, इस फेस्टिव सीजन (Festive Season) ऑनलाइन शॉपिंग ने गांव-गांव में अपनी जगह बना ली है. तमाम चुनौतियों के बावजूद ग्रामीण इलाकों में ये कंपनियां डिलिवरी कर रही हैं. छोटे शहरों और कस्बों में ईकॉमर्स तेजी से फल-फूल रहा है. इन इलाकों से इतनी जबरदस्त डिमांड पैदा हो रही है कि ईकॉमर्स कंपनियों का खजाना दिवाली (Diwali 2024) से पहले ही भर गया है.
फ्लिपकार्ट बिग बिलियन डेज में 2800 छोटे शहरों से आए ऑर्डर
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, छोटे शहरों, कस्बों और ग्रामीण इलाकों में उन्हें मौसम, लंबी दूरी और कनेक्टिविटी जैसी चुनौतियों से पार पाना होता है. मगर, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी के दम पर वह देश के कोने-कोने में अपना सामान पहुंचा रही हैं. फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने हाल ही में अपने बिग बिलियन डेज (Big Billion Days) में करीब 2,800 छोटे शहरों तक पहुंच बनाई है. फ्लिपकार्ट के अनुसार, शुरुआती 24 घंटे में डिमांड बड़े शहरों से पैदा हुई. उसके बाद ज्यादातर ऑर्डर छोटे शहरों और कस्बों से आए. डिलिवरी एरिया बढ़ने से इन क्षेत्रों में रोजगार भी पैदा हो रहे हैं. फेस्टिव सीजन में फ्लिपकार्ट ने 11 नए फुल-फिलमेंट सेंटर खोले हैं. इनकी मदद से करीब 1 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं.
अमेजन और मीशो ने भी देश को हर कोने में की डिलिवरी
उधर, अमेजन (Amazon) के ग्रेट इंडिया फेस्टिवल (Great Indian Festival) में भी कुछ ऐसा ही ट्रेंड देखने को मिला है. अमेजन के मुताबिक, इन इलाकों में इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, मोबाइल, ब्यूटी और ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स की बहुत डिमांड आ रही है. नो कॉस्ट ईएमआई ट्रांजेक्शन में करीब 40 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. रूरल एरिया से भी लोग अब फ्रिज, टीवी और वाशिंग मशीन खरीद रहे हैं. अमेजन का दावा है कि वह देश के 100 फीसदी पिनकोड पर डिलिवरी कर रही है. इनमें उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के दूरदराज के इलाके भी शामिल हैं. अमेजन के कदम अंडमान और निकोबार से लेकर लेह तक पहुंच गए हैं. मीशो (Meesho) की मेगा ब्लॉकबस्टर सेल (Mega Blockbuster Sale) का भी यही हाल रहा है.
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