Health Insurance for Senior Citizens: कोरोना महामारी के बाद से लोगों के बीच स्वास्थ्य बीमा यानी हेल्थ इंश्योरेंस की लोकप्रियता बढ़ी है, लेकिन आज भी देश का एक बड़ा वर्ग है जिसके पास इस स्कीम का लाभ नहीं है. हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम की जरूरत सबसे ज्यादा सीनियर सिटीजन को रहती है, लेकिन आज भी भारत की 98 फीसदी बुजुर्ग आबादी के पास स्वास्थ्य बीमा का लाभ नहीं है. यह चौंकाने वाले खुलासे इंश्योरटेक प्लेटफॉर्म प्लम (Plum) के हालिया सर्वे में हुए हैं. लाइव मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जहां एक तरफ देश में हेल्थ संबंधित खर्चों में इजाफा हुआ है, वहीं देश के केवल 2 फीसदी सीनियर सिटीजन के पास हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है. 


देश में लगातार बढ़ रही बुजुर्गों की संख्या


गौरतलब है कि जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मौजूदा वक्त में सीनियर सिटीजन की संख्या 13 करोड़ 80 लाख है जो साल 2031 तक बढ़कर 19.4 करोड़ हो जाने की संभावना है. वहीं प्लम ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है कि उसके 35,000 कस्टमर बेस में से केवल 25 फीसदी कंपनियों के पास ही सीनियर सिटीजन के लिए हेल्थ इंश्योरेंस सुविधाएं मौजूद है. ऐसे में ज्यादातर ग्राहक अपने माता-पिता और सास-ससुर के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेने में सक्षम नहीं हैं.


संस्थानों द्वारा दिया जाने वाला हेल्थ बीमा है नाकाफी-सर्वे


इस सर्वे से यह भी पता चला है कि 300 ग्राहकों में से करीब 29 फीसदी कर्मचारियों को ऐसा लगता है कि उसकी कंपनियों द्वारा दिए जाने वाली हेल्थ इंश्योरेंस सुविधाएं अपर्याप्त है. ऐसे में अपने कवरेज को बढ़ाने के लिए 13 फीसदी कर्मचारियों ने सुपर-टॉप अप ले रखा है जिससे उसके माता-पिता और परिवार के बाकी सदस्यों को भी बेहतर कवरेज मिल सके. ऐसे में लंबे वक्त से अलग-अलग कर्मचारी संगठन ने अपनी कंपनियों से कवरेज को बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं. 


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