भारतीय रिजर्व बैंक ने देश में बैंकिंग के लाइसेंस के नियमों को लेकर कुछ बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद देश में कमर्शियल बैंकों की संख्या बढ़ सकती है. इसके तहत स्मॉल फाइनेंस बैंक यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए पात्रता की जो शर्तें रखी गई हैं, उन्हें देखकर लगता है कि फिलहाल एक ही स्मॉल फाइनेंस बैंक को आरबीआई से यह लाइसेंस मिल पाएगा.


इन शर्तों को पूरा करना है जरूरी


आरबीआई ने यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस पाने के लिए कई शर्तें रखी हैं. भारत में अभी बिजनेस कर रहे 11 स्मॉल फाइनेंस बैंक में से सिर्फ वही लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जो शर्तों पर खरा उतरते हैं. आरबीआई की पहली शर्त है कि अप्लाई करने वाला एसएफबी शेयर बाजार पर लिस्टेड हो. उसके पोर्टफोलियो में अनसिक्योर्ड लोन का हिस्सा कम हो. आवेदक का ग्रॉस एनपीए 3 पर्सेंट से और नेट एनपीए 1 पर्सेंट नीचे हो. साथ ही एंटिटी का प्रॉफिटेबल होना भी जरूरी है.


एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की स्थिति


अभी परिचालन में जो 11 स्मॉल फाइनेंस बैंक हैं, उनमें एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक सबसे बड़ा है और आरबीआई की सभी शर्तों पर फिलहाल वही अकेले खरा उतर रहा है. एयू एसएफबी को पिछले दो वित्त वर्षों से मुनाफा हो रहा है. इसकी मौजूदा नेटवर्थ 12,560 करोड़ रुपये है. फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के मर्जर के बाद बैलेंस शीट बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक अभी 2,382 टचपॉइंट के माध्यम से करीब 1 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं मुहैया करा रहा है. इसका ग्रॉस एनपीए 3 फीसदी से और नेट एनपीए 1 फीसदी से कम है. साथ ही एयू एसएफबी का लोन पोर्टफोलियो भी डायवर्स है.


सिर्फ 8 एसएफबी ही बाजार पर लिस्टेड


अन्य स्मॉल फाइनेंस बैंकों को देखें तो उन्हें यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस पाने के लिए अभी इंतजार करना होगा. परिचालन में मौजूद कुल 11 स्मॉल फाइनेंस बैंकों में से सिर्फ 8 ही अभी शेयर बाजार पर लिस्टेड हैं. उन 8 लिस्टेड स्मॉल फाइनेंस बैंकों में सिर्फ दो ही ऐसे हैं, जो एनपीए पर रिजर्व बैंक के मानदंडों पर खरे उतर रहे हैं.


बाकी एसएफबी को करना होगा इंतजार


प्रमुख स्मॉल फाइनेंस बैंकों में एक इक्विटास एसएफबी को लाइसेंस के लिए अभी इंतजार करना होगा. यह स्मॉल फाइनेंस बैंक डायवर्स पोर्टफोलियो समेत विभिन्न शर्तों पर खरा उतर रहा है, लेकिन पिछले दो वित्त वर्ष से उसका नेट एनपीए 1 पर्सेंट से ज्यादा रहता आया है. इसी तरह उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक मार्च तिमाही में ग्रॉस एनपीए 3 पर्सेंट से कम होने के बाद पात्र बन जाता है, लेकिन उसके पोर्टफोलियो में अनसिक्योर्ड लोन 70 फीसदी से ज्यादा हैं.


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