Housing Sector: हाउसिंग सेक्टर के लिए कमाल का रहा 2023, इस साल और बेहतर बिक्री की उम्मीद
Indian Real Estate: एनरॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के टॉप 7 शहरों में 2023 में 4.35 लाख से ज्यादा घर बनकर तैयार हुए हैं. साल 2024 में यह आंकड़ा 5.31 लाख घरों के आंकड़े को पार कर सकता है.
Indian Real Estate: इंडियन हाउसिंग सेक्टर के लिए साल 2023 कमाल का रहा. महंगे घरों की डिमांड में जबरदस्त तेजी देखी गई. साथ ही घरों की डिलीवरी में भी उछाल आया है. बिक्री और न्यू लॉन्च भी रिकॉर्ड संख्या में बड़े हैं. देश के टॉप 7 शहरों में 4.35 लाख से ज्यादा घर बनकर तैयार हुए हैं. यह साल 2022 के 4.02 लाख घरों के मुकाबले 8 फीसदी ज्यादा हैं. इनमें से लगभग 59 फीसदी घर मुंबई मेट्रोपॉलिटिन रीजन (MMR) और दिल्ली एनसीआर (NCR) में तैयार हुए हैं.
सिर्फ पुणे में घरों की बिक्री में आई गिरावट
साल 2023 में एमएमआर में सबसे ज्यादा 1,43,500 घर बने हैं. यह 2022 के मुकाबले 13 फीसदी ज्यादा है. साल 2022 में 1,26,720 यूनिट बनकर तैयार हुई थीं. दिल्ली एनसीआर में 1,14,280 यूनिट तैयार हुई हैं. यह आंकड़ा 2022 के 86,300 घरों से 32 फीसदी ज्यादा है. रिपोर्ट के अनुसार, पुणे में पिछले साल लगभग 65 हजार घर तैयार हुए हैं. इनमें 2022 के मुकाबले 23 फीसदी की गिरावट आई है. साल 2022 में 84,200 घर पुणे में बने थे. बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में मिलाकर 87,190 घर तैयार हुए हैं. साल 2022 में इन शहरों में 81,580 घर बनकर तैयार हुए थे. कोलकाता में पिछले साल 25,075 घर बने थे और साल 2022 में 23,190 यूनिट घर बने थे.
हाउसिंग सेक्टर में 2023 को याद रखा जाएगा
एनरॉक (ANAROCK Group) के चेयरमैन अनुज पुरी ने बताया कि भारतीय हाउसिंग सेक्टर में साल 2023 को हमेशा याद रखा जाएगा. हर स्तर पर वृद्धि दर्ज की गई है. साल 2022 के सभी आंकड़े ध्वस्त हुए हैं. साल 2024 में यह आंकड़े और बेहतर हो सकते हैं. डेवलपर्स भी अपनी इंवेंटरी कम करने में सफल हुए हैं. इसके चलते 2024 में डेवलपर्स की ओर से और ज्यादा प्रोजेक्ट आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यदि 2017 से 2023 के आंकड़े पर गौर किया जाए तो सबसे बेहतर स्थिति पिछले साल ही बनी है.
5.31 लाख घर इस साल पूरे होने की उम्मीद
एनरॉक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में टॉप 7 शहरों में लगभग 5.31 लाख घर बनकर तैयार हो सकते हैं. इसमें शहरों की हिस्सेदारी कुछ इस प्रकार रह सकती है.
- मुंबई मेट्रोपॉलिटिन रीजन - 1,60,900 यूनिट
- दिल्ली एनसीआर - 1,44,310 यूनिट
- पुणे - 97,000 यूनिट
- बेंगलुरु - 51,680 यूनिट
- हैदराबाद - 34,770 यूनिट
- कोलकाता - 25,220 यूनिट
- चेन्नई - 17,580 यूनिट
2017 से यह रहा है आंकड़ा
- 2017 - 2,04,200
- 2018 - 2,46,140
- 2019 - 2,98,450
- 2020 - 2,14,370
- 2021 - 2,78,650
- 2022 - 4,02,000
- 2023 - 4,35,045
- 2024 - 5,31,470 (अनुमान)
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