Oxfam Report: दुनिया के 1% अमीरों की संपत्ति में 10 वर्ष में आया 42 ट्रिलियन डॉलर का उछाल, अरबपतियों पर घटा टैक्स का भार
ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इतनी संपत्ति जुटाने के बाद भी इन अमीरों पर टैक्स की देनदारी घटी है जिससे दुनियाभर में असमानता बढ़ती जा रही है.
Oxfam Report: दुनिया के टॉप एक फीसदी अमीरों की संपत्ति में पिछले एक दशक में 42 ट्रिलियन डॉलर का उछाल आया है. दुनिया के अमीरों ने 42 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति बनाने में जो सफलता हासिल की है ये दुनिया की आधी आबादी की कुल संपत्ति से 36 गुना ज्यादा है. ऑक्सफैम ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है. अपनी रिपोर्ट में ऑक्सफैम ने कहा कि इतना संपत्ति बनाने के बावजूद ये अरबपति अपने कुल संपत्ति का केवल 0.5 फीसदी ही टैक्स का भुगतान करते हैं.
80% अरबपति रहते हैं G-20 देशों में
ब्राजील में हो रहे जी20 समिट से पहले नॉन-प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन के तौर पर कार्य करने वाली ऑक्सफैम ने ये डेटा जारी किया गया है. अपनी इस रिपोर्ट में ऑक्सफैम ने बताया कि पिछले एक दशक में दुनियाभर में एक फीसदी अमीरों की संपत्ति में 42 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के अरबतियों ने ये 42 ट्रिलियन डॉलर संपत्ति जो बनाने में पिछले एक दशक में सफलता हासिल की है वो दुनिया के 50 फीसदी सबसे गरीब आबादी की संपत्ति से 36 गुना ज्यादा है. ऑक्सफैम के मुताबिक 80 फीसदी ये अरबपति जी-20 देशों में रहते हैं. ऑक्सफैम की रिपोर्ट के मुताबिक टॉप एक फीसदी में आने वाले व्यक्ति की औसत संपत्ति में पिछले 10 वर्षों में रियल टर्म्स में 400000 डॉलर के करीब बढ़ी है जबकि बाकियों की केवल 335 डॉलर संपत्ति बढ़ी है.
अरबपतियों पर घटा टैक्स का बोझ
क्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इतनी संपत्ति जुटाने के बाद भी इन अमीरों पर टैक्स की देनदारी घटी है जिससे दुनियाभर में असमानता बढ़ती जा रही है. ब्राजील की अध्यक्षता में जी-20 देश जिनका ग्लोबल जीडीपी में 80 फीसदी हिस्सेदारी है वे सुपर-रिच पर टैक्स लगाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्राथमिकता दे रहे हैं. ब्राजील में जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंकों के गवर्नर की बैठक होने वाली है जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा होने की उम्मीद है.
असामनता रोकने में सरकारें हुई फेल
ऑक्सफैम इनइक्वालिटी पॉलिसी के प्रमुख (Oxfam International’s Head of Inequality Policy) मैक्स लॉसन ने कहा, असमानता अपने चरम पर पहुंच चुकी है और सरकारें नागरिकों को इसके विपरीत असर से बचाने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है. उन्होंने कहा, सबसे अमीर एक फीसदी लोग अपनी जेब भरने में जुटे हैं और बाकियों को टुकड़ों पर जीने के लिए छोड़ दिया गया है.
ये भी पढ़ें