Pakistan Crisis: पाकिस्तान के लोगों को महंगे कर्ज का झटका, महंगाई के चलते पाक सेंट्रल बैंक ने पॉलिसी रेट्स में बढ़ोतरी कर 22% कर दिया ब्याज दर
Pakistan Central Bank: एक तो आम लोग महंगाई से परेशान है उसपर से टैक्स ड्यूटी बढ़ाये जाने के चलते महंगाई बढ़ने के खतरे के चलते सेंट्रल बैंक को पॉलिसी रेट्स बढ़ाना पड़ा है.
Pakistan Interest Rate Hike: महंगाई (Inflation) और आर्थिक संकट ( Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakiastan) के लोगों को जोर का झटका लगा है. पाकिस्तान के लोगों के लिए बैंकों से कर्ज लेना और महंगा हो गया है. पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक की आज इमरजेंसी बैठक हुई है. और इस बैठक में पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने अपने पॉलिसी रेट्स 100 बेसिस प्वाइंट यानि 1 फीसदी की बढ़ोतरी कर उसे 22 फीसदी कर दिया है.
पाकिस्तान के संसद ने फिर से अपना सालाना बजट को पास किया है. जिससे वो इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड के प्रोग्राम के तहत एक बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज हासिल कर सके जो 30 जून को एक्सपायर हो रहा है. बजट में टैक्स में बढ़ोतरी की गई है. इसके अगले ही दिन पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने भी सख्त मॉनिटरी पॉलिसी के मद्देनजर कर्ज को महंगा करते हुए ब्याज दरों में एक फीसदी की और बढ़ोतरी कर दी है. अप्रैल 2022 के बाद से पाकिस्तानी सेंट्रल बैंक महंगाई पर लगाम लगाने के लिए अब तक 12.25 फीसदी ब्याज दरें बढ़ा चुका है. सेंट्ल बैंक ने कहा कि उसके मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने पिछले बैठक के बाद दो महत्वपूर्ण घरेलू घटनाओं का संज्ञान लिया है.
जिसमें पहला ये है कि महंगाई को लेकर आउटलुक और बदतर हुआ है जिसके चलते वित्तीय हालत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में टैक्स, ड्यूटी और पेट्रोलियम पदार्थों पर लगने वाले टैक्स को बढ़ाने का फैसला किया गया है. सेंट्रल बैंक के एमपीसी का मानना है कि अतिरिक्त टैक्स लगाये जाने के चलते प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से महंगाई बढ़ने का खतरा है.
आपको बता दें पाकिस्तान में लगातार महंगाई दर में बढ़ोतरी देखी जा रही है और ये बढ़कर 40 फीसदी के करीब पहुंच चुका है. विदेशी कर्ज 23 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. जुलाई में उसे 1.6 बिलियन डॉलर कर्ज का भुगतान करना है जो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती है.
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