Pakistan Crisis: पाकिस्तान के लिए एक और मुश्किल, अब मूडीज ने आर्थिक स्थिति पर बजाई बड़ी खतरे की घंटी
Pakistan Crisis: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और वो अब तक के सबसे भयानक वित्तीय संकटों में से जूझ रहा है. इस बीच मूडीज ने पाकिस्तान के लिए और खतरा बढ़ने वाला अलर्ट किया है.
Pakistan Economy Crisis: पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इस बीच मूडीज ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और लिक्विडीटी को लेकर अलर्ट जारी किया है. मूडीज के इंवेस्टर्स सर्विस का कहना है कि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) पाकिस्तान को फंड देने से पहले राजस्व बढ़ाने के उपाय करने के लिए कह सकता है.
मूडीज के अनुसार, पाकिस्तान की बाहरी स्थिति काफी दबाव में है. क्रेडिट-रेटिंग कंपनी मूडीज की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पाकिस्तान की लिक्विडिटी और आर्थिक संकट भारी जोखिम में हैं. मूडीज ने कहा कि अगले कुछ वर्षों के लिए देश चलाने के लिए पाकिस्तान को फंड जमा करने की क्षमता पर भी जोखिम बना हुआ है. पैसा जुटाने में पाकिस्तान की स्थिति खराब हो रही है.
पाकिस्तान के लिए आईएमएफ की फंडिंग महत्वपूर्ण
अपने बयान में मूडीज ने कहा कि पाकिस्तान ने आईएमएफ के साथ असंतुलन को दूर करने के लिए उपाय किए थे, लेकिन अभी तक यह निश्चित नहीं हो सका है कि आईएमआई पाकिस्तान को कब फंड जारी करेगा. आईएमएफ ने कहा भारी आर्थिक संकट से उबरना इस समय पाकिस्तान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.
विदेशी मुद्रा भंडार में आई भारी गिरावट
कुछ समय से पाकिस्तान की विदेशी स्थिति काफी दबाव में है, जिस कारण इसके विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट हुई है. पाकिस्तान भारी कर्ज से जूझ रहा है और राजनीतिक अराजकता और बिगड़ती सुरक्षा के बीच लोन चुकाने का प्रयास कर रहा है. बता दें कि पाकिस्तान के साथ आईएमएफ की मीटिंग के बाद भी आईएमएफ ने बेलआउट फंड जारी नहीं किया.
IMF ने ये दिया था प्रस्ताव
करीब 10 दिनों तक चली इस बैठक में आईएमएफ के शर्तों पर पाकिस्तान ने सहमति नहीं जताई थी. आईएमएफ ने रक्षा पर खर्च किए जा रहे फंड में कटौती करने के लिए कहा था. पाकिस्तान सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 4 प्रतिशत रक्षा पर खर्च करता है.
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