Pakistan Wheat Flour Crisis: पड़ोसी देश पाकिस्तान इन दिनों भयानक आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) के दौर से गुजर रहा है. राजनीतिक अस्थिरता के बीच आए इस संकट ने आम लोगों के लिए जीना मुश्किल बना दिया है. लोगों को खाने-पीने के सामानों के साथ कई जरूरी चीजों की किल्लत हो गई है. गेहूं हो या गेहूं का आटा, इनकी ऐसी किल्लत (Pakistan Wheat Crisis) हुई है कि भाव आसमान पर पहुंच गए हैं और लोग इसकी चोरी कर रहे हैं. चोरी के एक ऐसे ही अनोखे मामले में पाकिस्तान में कई बड़े अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है.


रूस ने भेजी थी आफत में मदद


पाकिस्तान की मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, मौजूदा संकट को देखते हुए पाकिस्तान को रूस से मदद के तौर पर हजारों टन क्विंटल गेहूं मिला था. यह गेहूं आम लोगों तक पहुंचाया जाना था. इसे लोगों के बीच पहुंचाने के लिए 10 जिलों में भेजा जा चुका था. हालांकि यह हजारों टन गेहूं फटेहाल जनता तक पहुंच नहीं पाया. इसे कुछ अधिकारियों ने चुरा लिया.


चोरी हुआ इतने हजार टन गेहूं


खबरों के अनुसार, रूस ने मदद के तौर पर इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान को करीब 50 हजार टन गेहूं की आपूर्ति दी थी. इनमें से करीब 40,392 टन गेहूं की चोरी हुई है, जिसकी मार्केट वैल्यू अरबों पाकिस्तानी रुपये बताई जा रही है. गेहूं की यह चोरी सिंध प्रांत के 10 जिलों में स्थित सरकारी वेयरहाउसेज से हुई. बताया जा रहा है कि सिंध के खाद्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से इस चोरी को अंजाम दिया गया. इसी मामले में अब कार्रवाई हुई है और कम से कम 67 वरिष्ठ अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है. इन्हें कारण बताओ नोटिस भी मिले हैं.


इन अधिकारियों को किया गया सस्पेंड


पाकिस्तानी अखबार द न्यूज के अनुसार, कथित गेहूं चोरी के आरोप में जिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें 49 फूड सुपरवाइजर और 18 फूड इंस्पेक्टर शामिल हैं. चोरी की इस घटना को दादू, लरकाना, शहीद बेनजीरबाद, कंबर-शहादकोट, जैकोबाबाद, खैरपुर, सुक्कुर, घोटकी, सांघर और मीरपुरखास जिलों में अंजाम दिया गया.


अभी रूस भेजेगा और गेहूं


पाकिस्तान में अभी काफी उठा-पटक का दौर चल रहा है. एक तरफ राजनीतिक अस्थिरता से माहौल खराब है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर लोगों और प्रशासन के बीच कई जगहों पर हिंसक झड़पें हो चुकी हैं. वहीं दूसरी ओर खाने-पीने की चीजों की किल्लत से परेशान आम लोग भी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान को रूस से अभी 50 हजार टन गेहूं की मदद मिली थी. रूस 31 मार्च तक पाकिस्तान को और गेहूं भेजने वाला है. पाकिस्तान को इस महीने 9 जहाजों से करीब 04 लाख टन गेहूं और मिलने की उम्मीद है.