Pakistan Oil & Gas Reserves: भारी कर्ज के बोझ तले डूबा पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर है. वित्तीय संकट (Financial Crisis), कमरतोड़ महंगाई (High Inflation) ने पाकिस्तान (Pakistan) के अवाम का जीना मुहाल कर रखा है. हालत ये चुकी है कि उसे इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (International Monetary Fund) के शर्तों के तहत आम लोगों पर टैक्स का बोझ बढ़ाना पड़ा है. पिछले दिनों पेट्रोल डीजल के दाम भी बढ़ाने पड़े हैं तो सरकार को अपने खर्चों को घटाना पड़ा है. लेकिन पाकिस्तान के दिन जल्द ही फिरने वाले हैं. आर्थिक संकट झेल रही पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था (Pakistan Economy) को जल्द ही बूस्टर डोज मिलने वाली है जो फिलहाल गहरे समुद्र के नीचे दबी है और ये पाकिस्तान की तकदीर बदलने का माद्दा रखती है.


खत्म होगी पाकिस्तान की आर्थिक तंगी!


पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से रिपोर्ट सामने आई है कि पाकिस्तान ने एक मित्र देश के सहयोग से ऑयल एंड गैस रिजर्व की मौजदूगी का पता लगाने के लिए सर्वे शुरू किया था. इस सर्वे में पाकिस्तान समुद्री सीमा के भीतर गहरे समुद्र के नीचे बड़े ऑयल एंड गैस भंडार का पता लगा है जो पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को संकट से उबार सकता है. पेट्रोलियम और गैस रिजर्व की खोज पाकिस्तान के लिए नई उम्मीद की किरण बनकर आई है जो फिलहाल गहरे समुद्र के नीचे दबी है. बताया जा रहा है कि ये ऑयल एंड गैस रिजर्व इतना है कि ये पाकिस्तान को आर्थिक तंगी और आर्थिक बदहाली से बाहर निकाल सकता है. 


तेल और गैस निकालने के लिए 5 बिलियन डॉलर की जरूरत 


पाकिस्तान के ऑयल एंड गैस रेगुलेटर के पूर्व सदस्य ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि, हमें इस ऑयल एंड गैस रिजर्व को लेकर सकारात्मक रहने की जरूरत है. लेकिन ये 100 फीसदी तय नहीं है कि जैसी उम्मीद की जा रही है कि तेल और गैस भंडार उस मात्रा में मिल ही जाए. उन्होंने कहा, अगर इस भंडार में गैस रिजर्व है तो ये एलएनजी इंपोर्ट ती जगह ले सकता है और अगर इस भंडार में तेल मौजूद है तो ये आयातित क्रूड ऑयल की जगह ले सकता है. उन्होंने कहा, इस ऑयल एंड गैस के भंडार के एक्सप्लोरेशन के लिए 5 बिलियन डॉलर निवेश की जरूरत पड़ेगी और इसमें पांच सालों तक का समय भी लगेगा.  


लगातार बढ़ रहा है एनर्जी इंपोर्ट बिल


साल 2023 में पाकिस्तान को ऑयल एंड गैस के इंपोर्ट पर 17.5 बिलियन डॉलर रकम खर्च करना पड़ था जो अगले सात सालों में बढ़कर दोगुनी 31 बिलियन डॉलर तक जा सकती है. हाल ही में पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री ने विदेशी निवेशकों से अपील करते हुए पाकिस्तान के ऑयल एंड गैस सेक्टर में 25 से 30 बिलियन डॉलर निवेश की अपील की है जिससे पाकिस्तान पेट्रोलियम पदार्थों के इंपोर्ट पर किए जाने वाले खर्च को कम कर सके. 


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