(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan Economy: क्या श्रीलंका जैसी हो जाएगी पाकिस्तान की हालत? 10 हजार रुपये में गैस सिलेंडर, भारी बिजली संकट के साथ सैलरी और पेंशन भी रुकी
Pakistan Economy: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की बदहाली की स्थिति से गुजर रही है. बिजली संकट की वजह से बाजारों, मैरिज हॉल और रेस्तरां को जल्द बंद करने का आदेश दिया गया है.
Pakistan Economy: पड़ोसी देश श्रीलंका की आर्थिक स्थिति से हर कोई वाकिफ है, ऐसा ही कुछ हालात पाकिस्तान है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था (Pakistan Economy) दिन प्रति दिन बदत्तर होती जा रही है. लोगों को बेसिक सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं और अगर मिल भी रही हैं तो कीमत ज्यादा है. कुछ जगहों पर एक एलपीजी सिलेंडर की कीमत 10 हजार रुपये के करीब है.
कई मैरिज हॉल, बाजार और कुछ अन्य व्यवसाय को बंद करने की नौबत आ चुकी है. लोगों की नौकरियों पर भी इसका असर पड़ा है. सैलरी और पेंशन देने में भी दिक्कतें आ रही है. बिजली के संकट से उबरने के लिए दिन के उजाले में मीटिंग की जा रही है. आइए समझते हैं कि कितनी बूरी हालत से पाकिस्तान गुजर रहा है.
विदेशी मुद्रा में भारी कमी
पाकिस्तान सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है क्योंकि उसके विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी हुई है. पाकिस्तान के मुद्रा भंडार में 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई है. इस बीच, चीन ने भी देश में अपना निवेश कम कर दिया है, जिससे सहयोग की भी कम हुआ है. देश की राजनीति भी लड़खड़ा रही है, जिसका असर देश की इकॉनोमी पर पड़ा है.
बिजली बचाने के लिए जल्दी बाजार हो रहे बंद
पाकिस्तान में आर्थिक संकट का अंदाजा इस वजह से भी लगाया जा सकता है कि बिजली बचाने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने मॉल और बाजारों को रात 8:30 बजे तक बंद करने का आदेश दिया है. साथ ही 10 बजे तक मैरिज हॉल और रेस्तरां को जल्दी बंद करने के लिए भी कहा है. इस कदम से देश में करीब 62 बिलियन पाकिस्तानी रुपये (273 मिलियन डॉलर) की नकदी बचेगी.
बल्बों और पंखों के उत्पादन पर रोक
पाकिस्तान की रक्षा मंत्रालय की ओर से ऊर्जा संरक्षण योजना की मंजूरी दी गई है. इसके तहत बिजली बचाने के लिए तमाम उपाय किए जा चुके हैं. इस योजना के तहत फरवरी और जुलाई से ऊर्जा-अकुशल बल्बों और पंखों के उत्पादन पर प्रतिबंध भी लगाया गया है. बिजली बचाने के लिए मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सभी सरकारी मीटिंग दिन में की जाएगी. स्ट्रीट लाइटों को बंद कर दिया गया है.
प्लास्टिक के थैले में गैस ले जाने को मजबूर
अल अरबिया पोस्ट में कहा गया है कि ऊर्जा संकट के बीच, देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र यानी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में लोग गैस सिलेंडरों की जमाखोरी कर रहे हैं. साथ ही एक वीडियो में लोग अपने एलपीजी सिलेंडर भरने के लिए प्लास्टिक के थैले का इस्तेमाल कर रहे हैं. एलपीजी आपूर्ति में कमी के कारण हंगू जैसे कई शहर के लोग बीते कुछ समय से बिन गैस के जीवन काट रहे हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जगहों पर पाकिस्तान में एक कामर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 10 हजार रुपये है.
वेतन भी नहीं दे पा रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान में कर्मचारियों को वेतन भी समय से नहीं मिल पा रहे हैं. सबसे ज्यादा खराब हालत रेलवे सेक्टर की है. रेलवे रिटायर हुए कर्मचारियों को ग्रेच्युटी नहीं दे पाया है, जो करीब 25 अरब रुपये हैं. इतना ही नहीं सैलरी देने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं हैं. इन कर्मचारियों का वेतन और पेंशन भी समय से नहीं मिल पा रहा है. खाद्य मुद्रास्फीति साल-दर-साल 35.5 प्रतिशत बढ़ी है जबकि पाकिस्तान में दिसंबर में परिवहन की कीमतें 41.2 फीसदी बढ़ चुकी है.
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