इस्लामाबाादः कैश संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से 1.39 अरब डॉलर का कर्ज मिला है. कोरोना वायरस संकट के कारण आर्थिक नरमी को देखते हुए यह कर्ज उसे विदेशी मुद्रा भंडार को दुरुस्त करने के लिये दिया गया है.


यह 1.39 अरब डॉलर का कर्ज 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के अलावा है. पाकिस्तान ने भुगतान संतुलन संकट से पार पाने के लिये 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज को लेकर पिछले साल जुलाई में आईएमएफ के साथ समझौता किया था.


पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पकिस्तान (एसबीपी) ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘एसबीपी को त्वरित वित्त पोषण व्यवस्था (आरएफआई) के तहत आईएमएफ से 1.39 अरब डॉलर मिला है.’’


पाकिस्तान ने मार्च में वैश्विक बहुपक्षीय निकाय से कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिये आरएफआई के तहत सस्ता और तुरंत कर्ज उपलब्ध कराने की अपील की थी.


आईएमएफ सदस्य देशों को तत्काल भुगतान संतुलन की जरूरत को पूरा करने के लिये आरएफआई के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराता है. इसके लिये संबंधित देश को पूर्णकालिक कार्यक्रम तय करने की जरूरत नहीं पड़ती. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1.39 अरब डॉलर के कर्ज से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 12 अरब डॉलर हो गया है जो एक महीने का उच्चतम स्तर है.


मुद्राकोष के बयान के मुताबिक आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सस्ता आपात कर्ज देने का मंजूरी दी थी. इससे पाकिस्तान को कोरोना वायरस संकट के समय तत्काल भुगतान संतुलन की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी.


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