Pakistan Inflation: वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान में रिकॉर्ड महंगाई का लगाया अनुमान, FY23 में इतनी बढ़ जाएगी मुद्रास्फीति दर
Pakistan Inflation: पाकिस्तान अपने सबसे बुरे आर्थिक हालात से गुजर रहा है. ऐसे में अब विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023 में इस देश की महंगाई दर को लेकर अनुमान दिया है.
World Bank on Pakistan Inflation: वित्त वर्ष 2023-24 में भी पाकिस्तान में मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार अब वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की महंगाई को लेकर ऐसा अनुमान किया है जिसके बाद वहां की आम जनता को बड़ा झटका लग सकता है. आर्थिक बदहाली से गुजर रहे देश को हाल फिलहाल में महंगाई से छुटकारा नहीं मिलने वाला है. विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अनुमान जताया है कि पाकिस्तान में महंगाई दर (Pakistan Inflation Rate in 2023-24) 29.5 फीसदी रहने की संभावना है. एनर्जी की कमी और खाने पीने की चीजों के बढ़ते दाम के कारण इस देश में महंगाई आसमान छू सकती है.
पाकिस्तान में एक बार फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम-
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार रमजान के महीने में आम लोगों को झटका देते हुए शनिवार को वित्त मंत्री इशाक डार ने ऐलान किया कि पेट्रोल के दाम में 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया जा रहा (Pakistan Petrol Price Hike) है. इस बढ़त के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम बढ़कर 282 रुपये लीटर तक पहुंच गया है. इसके साथ ही विश्व बैंक के अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान में महंगाई दर 29.5 फीसदी रहेगी. ऐसे में आम लोगों को महंगाई का झटका पूरे साल लगता रहेगा.
वित्त वर्ष 2023-24 में 0.4 फीसदी की दर बढ़ती GDP
इससे पहले विश्व बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी पर आशंका जताते (World Bank on Pakistan GDP) हुए कहा था कि देश की आर्थिक विकास दर वित्त वर्ष 2023 में केवल 0.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में पाकिस्तान की जीडीपी का अनुमान 3 फीसदी से घटाकर 0.5 फीसदी कर दिया है. वहीं एशियाई बैंक (Asian Bank on Pakistan GDP) के मुताबिक इस वित्त वर्ष में पाकिस्तान की जीडीपी 0.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
कृषि पर पड़ा बुरा असर
पाकिस्तान में पिछले 20 सालों में पहली बार कृषि उत्पादन में कमी देखी जा सकती है. साल 2023 में आए बाढ़, बढ़ती महंगाई और फ्यूल के दाम में इजाफे का असर कृषि क्षेत्र पर भी पड़ा है. ऐसे में बढ़ती महंगाई और कृषि उत्पादन में कमी के कारण देश में गरीबी भी बढ़ने का अनुमान है. द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार देश में गरीबी वित्त वर्ष 2022 में 36.2 फीसदी के मुकाबले वित्त 2023 में 37.2 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान है. ऐसे में देश में 39 लाख लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जाएंगे.
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