Pakistan Inflation: इस्लाम के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत से पहले ही पाकिस्तान की आम जनता को महंगाई का करंट लगा है. आर्थिक संकट के बीच महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक देश में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में लोगों को अब रमजान में ज्यादा जेब ढीली करनी होगी.


खाने-पीने की चीजों की कीमतों में लगी आग


देश में हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ है, लेकिन इसके बाद भी आम लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिल रही है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक देश की खाद्य महंगाई दो से तीन गुना तक बढ़ चुकी है. पिछले कुछ वक्त में पाकिस्तान में सब्जी, तेल, घी, मीट, अंडे, दाल, चीनी आदि की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है.


प्याज निकाल रहा आंसू


पाकिस्तान में प्याज की कीमतों ने आम जनता को रोने पर मजबूर कर दिया है.  पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक वहां प्याज के दाम 300 पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गए हैं. वहीं आलू के दाम 50 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. शिमला मिर्च की कीमतों दोगुनी हो गई है और यह 100 रुपये से बढ़कर 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है.


फलों की कीमतों में लगी आग


पाकिस्तान में केवल सब्जियां ही नहीं, बल्कि फलों की कीमतों में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है. देश में केले के दाम 200 रुपये प्रति दर्जन तक पहुंच गए हैं. वहीं हरे सेब की कीमत 140 रुपये से बढ़कर 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. खरबूजों के दाम भी 100 रुपये के बजाय 200 रुपये प्रति किलोग्राम पर मिल रहे हैं. रमजान के महीने में इन फलों की खपत बढ़ जाती है.


60 फीसदी तक बढ़ सकते हैं दाम


इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रमजान के पवित्र महीने में भी आम लोगों को महंगाई की मार से मुक्ति नहीं मिलने वाली है. पाकिस्तान में लंबे वक्त से मुद्रास्फीति दर 31.5 फीसदी पर बनी हुई है, वहीं कुछ चीजों की कीमतों में 60 फीसदी तक का इजाफा दर्ज हुआ है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि फिलहाल पाकिस्तान के आम लोगों को इस महंगाई से छुटकारा नहीं मिलने वाला है. 


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