Pakistan Default Fear: अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाकिस्तान के अमेरिकी डॉलर का बॉन्ड यील्ड 73 आधार अंक चढ़कर 106.37 फीसदी पर पहुंच गया है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यह उछाल पाकिस्तान के लिए विदेशी ऋण चुकाने को लेकर डिफॉल्ट का खतरा और बढ़ा सकता है.
IMF के दिए दायित्व को पूरा करने में सफल होगा या नहीं- पता नहीं
बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी पाकिस्तान की वैश्विक बॉन्ड बाजार में अस्थिरता को दिखाता है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के 6.7 बिलियन डॉलर के ऋण कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने और जून 2023 के बाद अंतरराष्ट्रीय भुगतान दायित्वों को पूरा करने में सफल होगा या नहीं, यह अभी भी तय नहीं है.
पाकिस्तान के इंटरनेशनल बॉन्ड की यील्ड अगले साल होगी मैच्योर
10 साल के पाकिस्तान गवर्नमेंट इंटरनेशनल बॉन्ड की यील्ड जिसकी कीमत 1 अरब डॉलर है और जो 15 अप्रैल, 2024 को मैच्योर हो रही है, इसमें पिछले पांच महीनों में 30.60 फीसदी अंकों की संचयी वृद्धि देखी गई है. इसी तरह, अप्रैल 2051 तक अलग-अलग समय पर मैच्योर होने वाले छह अन्य पाकिस्तानी वैश्विक बांडों पर यील्ड में भी 10 से 39 आधार अंकों तक की वृद्धि देखी गई. जनवरी 2029 में मैच्योर होने वाले एक बॉन्ड में 6 आधार अंकों की रिकवरी देखी गई.
जून 2023 के बाद पाकिस्तान आईएमएफ ऋण कार्यक्रम के बिना डिफॉल्ट कर सकता है- आईएमएफ
फरवरी 2020 में पाकिस्तान में कोविड-19 के प्रकोप से पहले बॉन्ड यील्ड लगभग 8-10 फीसदी थी. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने पिछले हफ्ते आश्वासन दिया था कि देश ने जून 2023 के अंत तक 3.7 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज चुकाने की व्यवस्था की है, लेकिन इससे चिंता कम नहीं हुई. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने चेतावनी दी है कि जून 2023 के बाद पाकिस्तान आईएमएफ ऋण कार्यक्रम के बिना डिफॉल्ट कर सकता है. पाकिस्तान के अमेरिकी डॉलर के बॉन्ड यील्ड का स्तर बेतहाशा बढ़ गया है और इसके चलते आईमएफ ने भी आशंका जताई है कि ये देश डिफॉल्ट कर सकता है.
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