Pakistan - IMF Deal: आर्थिक बदहाली झेल रहे पाकिस्तान के लिए राहत की खबर, आईएमएफ के साथ 3 बिलियन डॉलर के कर्ज के लिए हुआ करार
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान को 3 बिलियन डॉलर का राहत पैकेज उसके उम्मीद से ज्यादा है. इस नए समझौते से आने वाले दिनों में पाकिस्तान को वित्तीय सहायता मिलने में आसानी होगी.
Pakistan - IMF Deal: आर्थिक संकट की मार झेल रहे पाकिस्तान के लिए बड़ी राहत की खबर आई है. लंबे समय से पाकिस्तान को जिस डील का इंतजार था वो पूरा हो गया है. पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और पाकिस्तान की सरकार के बीच 3 बिलियन डॉलर कर्ज के लिए समझौता हो गया है.
पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, मुझे ये ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि आईएमएफ टीम का पाकिस्तानी अथॉरिटी के साथ पाकिस्तान के आईएमएफ कोटे के 111 फीसदी या 3 बिलियन डॉलर के लिए 9 महीने के स्टैंडबाय एरेंजमेंट के तहत स्टॉफ-लेवल एग्रीमेंट हो गया है.
पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, मुझे ये ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि आईएमएफ टीम का पाकिस्तानी अथॉरिटी के साथ पाकिस्तान के आईएमएफ कोटे के 111 फीसदी या 3 बिलियन डॉलर के लिए 9 महीने के स्टैंडबाय एरेंजमेंट के तहत स्टॉफ-लेवल एग्रीमेंट हो गया है.
पाकिस्तान को 3 बिलियन डॉलर का राहत पैकेज उसके उम्मीद से ज्यादा है. 2019 में आईएमएफ और पाकिस्तान के बीच 6.5 बिलियन डॉलर के कर्ज के लिए समझौता हुआ था. जिसमें 2.5 बिलियन डॉलर मिलने का पाकिस्तान को इंतजार था जिसकी मियाद 30 जून 2023 को खत्म होने वाली थी.
नाथन पोर्टर ने कहा कि पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. जिसमें पिछले वर्ष बाढ़ के संकट के साथ यूक्रेन रूस युद्ध के बाद कमोडिटी के दामों में तेज उछाल शामिल है. उन्होंने कहा कि इंपोर्ट घटाने के प्रयासों और व्यापार घाटे को कम करने के बावजूद विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है. बिजली क्षेत्र में भी नगदी का संकट देखने को मिला है. नाथन पोर्टर ने कहा कि इस नए समझौते से आने वाले दिनों में पाकिस्तान को वित्तीय सहायता मिलने में आसानी होगी.
जुलाई में आईएमएफ की होने वाली बोर्ड बैठक में इस डील पर मुहर लगाई जाएगी. इस डील को होने में 8 महीने की देरी हुई है. हालांकि अब डील के पूरा होने से पाकिस्तान को कुछ राहत मिलेगी साथ ही घटते विदेशी मुद्रा भंडार और भुगतान संकट की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी. बीते कई वर्षों से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रहा और देश में आर्थिक बदहाली छाई हुई है. उसपर से कमरतोड़ महंगाई ने आम लोगों खासतौर से गरीब लोगों का जीना मुहाल कर रखा है.
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