Palm Oil: मोदी सरकार पाम ऑयल के निर्यात पर टैक्स बढ़ाने पर कर रही विचार! किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा
Palm Oil Import Duty: भारत पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक देश हैं. वहीं देश में आने वाला 70% वनस्पति तेल मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्राजील, अर्जेंटीना, रूस और यूक्रेन जैसे देशों से आता है.
Palm Oil Import Duty: देश के लाखों किसानों को राहत देने और भारत में पाम ऑयल की गिरती कीमतों को कंट्रोल (Palm Oil Price) करने के लिए मोदी सरकार बड़े कदम उठाने जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार पाम ऑयल (Palm Oil) के आयात कर (Import Tax) में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है. खास बात ये है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा पाम ऑयल आयातक देश है. तिलहन की गिरती कीमतों और देशभर के लाखों किसानों की मदद के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इससे पहले सरकार ने पाम ऑयल की बढ़ती कीमतों को कंट्रोल करने के लिए साल की शुरुआत में कच्चे पाम ऑयल (CPO) के आयात पर लगने वाले बेसिक इंपोर्ट टैक्स में 2.5% की बड़ी कटौती की थी. इसके बाद से ही पाम ऑयल की कीमतों (Palm Oil Price Reduces) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी. फिलहाल पाम ऑयल के आयात पर 5% का इंपोर्ट टैक्स लगता है.वहीं रिफाइंड, ब्लीच्ड और deodorized पाम ऑयल पर 12.5% का इंपोर्ट टैक्स लगता है.
किसानों और ग्राहकों के हितों का रखा जाएगा ध्यान
लाइव मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले पर जानकारी देते हुए कुछ अधिकारियों ने बताया है कि सरकार इस मामले पर ग्राहकों और किसानों दोनों के हितों का ध्यान रखेगी. पिछले कुछ समय से पाम ऑयल इंडस्ट्री से जुड़े की लोग पाम ऑयल की गिरती कीमतों पर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे थे और काफी लंबे वक्त से ही इंपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से सोयाबीन और मूंगफली तेल के दामों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है और कई जगहों पर किसानों को पाम ऑयल मिनिमम सपोर्ट प्राइस (Minimum Support Price) से नीचे दाम पर बिक रहा है. गिरती कीमतों की सबसे बड़ी वजह है सप्लाई ज्यादा होना. ऐसे में इंपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी से पाम ऑयल की गिरती कीमतों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.
गुजरात चुनाव पर भी है नजर
गुजरात चुनाव की तारीख करीब आते देख किसानों के हित में केंद्र सरकार यह बड़ा फैसला ले सकती हैं. गुजरात में बड़ी संख्या में किसान मूंगफली की खेती करते हैं. ऐसे में क्रूड पाम ऑयल के इंपोर्ट ड्यूटी में कमी करने पर किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा. पिछले कुछ वक्त में मूंगफली के तेल (Peanut Oil) के प्राइस में 10% से आधि की गिरावट दर्ज की गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में गुजरात चुनाव से पहले किसानों को तोहफा देने के लिए सरकार यह कदम उठाने की प्लानिंग कर रही हैं.
इन देशों से सबसे ज्यादा आयात होता है वनस्पति तेल
गौरतलब है कि भारत पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक देश हैं. वहीं देश में आने वाला 70% वनस्पति तेल मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्राजील, अर्जेंटीना, रूस और यूक्रेन जैसे देशों से आता है. इससे पहले पीएम मोदी (PM Modi) ने देश के किसानों को वनस्पति तेल के बढ़ते इंपोर्ट बिल को कम करने के लिए किसानों से ज्यादा से ज्यादा इसके उत्पादन पर ध्यान देने का आग्रह किया था.
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