Cyber Crime: ऑनलाइन वर्ल्ड ने धोखाधड़ी के तौर तरीकों में भी जबरदस्त बदलाव किया है. जितनी तेजी से सरकार ऑनलाइन फ्रॉड पर नकेल कसती है, उतनी ही तेजी से फर्जीवाड़े के नए-नए तरीके आए दिन मार्केट में आते रहते हैं. इन्हीं में से एक है पार्सल स्कैम, जिसे लेकर सरकार को चेतावनी जारी करनी पड़ी है. इसमें भोले भाले लोगों को उनके पार्सल में ड्रग्स होने की जानकारी देकर फंसाने की कोशिश की जाती है. ड्रग्स के नाम पर लोग डर जाते हैं और साइबर फ्रॉड करने वालों के जाल में फंसकर पैसा गंवा बैठते हैं. सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (CBIC) ने लोगों से अपील की है कि वह ऐसे किसी झांसे में न आएं और तुरंत उन्हें सूचना दें.
फर्जी कस्टम अधिकारी या पुलिसकर्मी बनकर लोगों को लूटा
सीबीआईसी के अनुसार, हाल के दिनों में ऐसी कई जानकारी सामने आई हैं, जिनमें ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों ने लोगों को फर्जी कस्टम अधिकारी या पुलिसकर्मी बनकर फोन किया. उनसे कहा गया कि उनके नाम का एक पार्सल आया है. इसमें ड्रग्स और नशीली दवाएं मिली हैं. अब उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू होने वाली है. यदि आप बचना चाहते हैं तो हमें पैसे भेज दें. इस तरह की बातें सुनकर कई लोग डर गए और उन्होंने पार्सल फ्रॉड का शिकार बनकर पैसे से हाथ धो बैठे.
ऐसे फर्जी कॉल की जानकारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को दें लोग
सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि लोगों को ऐसे फर्जी कॉल की जानकारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को देनी चाहिए. ऐसे अपराधी लोगों को भयभीत कर उनका फायदा उठा रहे हैं. वो पीड़ित को दबाव में लेते हैं और उससे ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने को कहते हैं. लोगों को नशीली दवाओं के साथ अवैध सोना और चांदी के नाम पर भी ठगा गया है. ये लोग सीबीआई और आरबीआई के नाम पर फर्जी कागज भी पीड़ित को भेज देते हैं ताकि उसे भरोसा हो जाए. सीबीआईसी ने स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से ऐसी कॉल कभी भी नहीं की जाती है.
इंजीनियर को लगाया था 27.9 लाख रुपये का चूना
हाल ही में पुणे में काम करने वाले एक आईटी इंजीनियर को ऐसे ही ठगा गया था. ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों ने उन्हें 27.9 लाख रुपये का चूना लगा दिया था. उन लोगों ने मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम सेल से होने का दावा किया था. उन्होंने आईटी इंजीनियर को धमकाया कि ताइवान से मुंबई आए उसके पार्सल में नशीली दवाएं मिली हैं. इसके बाद उन्होंने उसे गिरफ्तार करने की धमकी भी दी थी. इससे डरकर उस इंजीनियर ने दस बार इन धोखेबाजों को रकम ट्रांसफर की थी.
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