Passenger Vehicle Sales Increases: ऑटोमोबाइल सेक्टर (Automobile Sector) के लिए थोड़ी राहत की खबर है. मई 2022 में पैसेंजर व्हीकल ( Passenger Vehicles) की मांग में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है जिसके चलते पैसेंजर गाड़ियों की सेल्स कोरोना पूर्व वर्ष मई 2019 के मुकाबले ज्यादा रही है. ऑटोमाबइल डीलर्स की फेडरेशन फाडा के मुताबिक मई 2022 में कुल 2,63,52 पैसेंजर व्हीकल की बिक्री हुई है जो कि मई 2019 के बिकी 2,36,215 से 11 फीसदी ज्यादा है. मई 2020 और मई 2021 के तुलना इसलिए नहीं की जा सकती है क्योंकि दोनों ही वर्ष में मई महीना कोरोना महामारी ( Covid19 Pandemic) से प्रभावित था और देश के कई क्षेत्रों में लॉकडाउन ( Lockdown) भी लगा था. हालांकि मई 2021 में कुल 86,479 तो मई 2020 में कुल 31,951 पैसेंडर व्हीकल की बिक्री हुई थी. 


पैसेंजर व्हीकल की बढ़ी डिमांड 
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी  के मुताबिक मई 2022 में पैसेंजर व्हीकल सेंगमेंट में बेहतर डिमांड रही है हालांकि डीलर्स मांग के मुताबिक सप्लाई सुनिश्चित करने में नाकाम रहे हैं. क्योंकि ऑटोमोबाइल कंपनियां सेमीकंडक्टर चिप की सप्लाई में कमी के मद्दे से जूझ रहे हैं. जिसके चलते पैसेंजर गाड़ियों पर 3 महीने से 2 साल तक का वेटिंग पीरियड चल रहा है. एक तरफ पैसेंजर गाड़ियों की डिमांड बढ़ने के चलते सेल्स बढ़ी है लेकिन टूव्हीलर्स और कमर्शियल गाड़ियों की सेल्स अब तक रफ्तार नहीं पकड़ पाई है. और दोनों ही सेगमेंट की गाड़ियों की सेल्स कोरोना पूर्व मई 2019 से कम है. 


टू व्हीलर सेल्स अभी भी पीछे
फाडा के मुताबिक टू व्हीलर सेल्स अभी भी कोरोना पूर्व मई 2019 से कम है. इस वर्ष मई महीने में कुल 12,22,994 टूव्हीलर की सेल्स देखने को मिली है जबकि मई 2019 में 14,20,563 टूव्हीलर की सेल्स देखने को मिली थी. हालांकि अप्रैल 2022 के मुकाबले सेल्स के आंकड़े में कुछ सुधार है. कमर्शियल गाड़ियों की सेल्स मई 2022 में 66,632 रही, जबकि मई 2019 में 75,238 कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री हुई थी. हालांकि ट्रैक्टर सेल्स मई 2019 में 39,438 रही थी जो मई 2022 में बढ़कर 52,487 रही है. हालांकि मई 2022 में कुल 16,46,773 गाड़ियां बिकी हैं जबकि मई 2019 में 18,22,900 गाड़ियां बिकी थी. 


महंगाई का सेक्टर पर असर 
फाडा (FADA) के मुताबिक रूस और यूक्रेन के युद्ध ( Russia Ukraine War) के चलते डिमांड और सप्लाई में बड़ा अंतर है जिसका असर पैसेंजर व्हीकल की उपलब्धता पर पड़ा है. साथ बढ़ती महंगाई का भार कंपनियां उपभोक्ताओं पर डालेंगी जिससे ऑटो सेल्स पर असर पड़ सकता है. 


ये भी पढ़ें


Mahendra Singh Dhoni News: महेंद्र सिंह धोनी ने किया स्टार्टअप ड्रोन कंपनी Garuda Aerospace में निवेश, होंगे कंपनी के ब्रांड अंबैसडर भी


SBI Alert: एसबीआई ने बैंकिंग फ्रॉड से बचने के लिए दिए अपने कस्टमर्स को ये टिप्स, जानिए कैसे बच सकते हैं आप जालसाजों से?