कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन का बुरा असर यात्री वाहनों की बिक्री पर पड़ा है. वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) के अनुसार मई में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री 86.97 प्रतिशत घटकर 30,749 इकाई रह गई. मई, 2019 में यह 2,35,933 इकाई थी.


कमर्शियल वाहनों की मांग में जबरदस्त गिरावट


FADA द्वारा 1,435 में से 1,225 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) से वाहनों के रजिस्ट्रेशन के आंकड़े जुटाए जाते हैं. आंकड़ों के अनुसार मई में टू-व्हीलर्स की बिक्री 88.8 प्रतिशत घटकर 1,59,039 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले इसी अवधि महीने में 14,19,842 यूनिट थी.


इसी तरह कमर्शियल वाहनों की बिक्री 96.63 प्रतिशत घटकर मात्र 2,711 यूनिट रही, जो मई, 2019 में 80,392 यूनिट थी. थ्री-व्हीलर की बिक्री भी 96.34 प्रतिशत घटकर 1,881 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 51,430 यूनिट थी.


मई में विभिन्न श्रेणियों में वाहनों की कुल बिक्री 88.87 प्रतिशत घटकर 2,02,697 यूनिट रह गई, जो मई, 2019 में 18,21,650 यूनिट थी.


जून के पहले 10 दिन में भी मांग कम


FADA के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा, ‘‘मई के अंत में 26,500 आउटलेट्स में से करीब 60 प्रतिशत शोरूम और 80 प्रतिशत वर्कशॉप चल रही थीं. मई के रजिस्ट्रेशन आंकड़े मांग की सही स्थिति को नहीं दिखाते हैं, क्योंकि देश के कई हिस्सों में इस दौरान लॉकडाउन जारी था.’’ उन्होंने कहा कि जून के पहले दस दिन में कई डीलरशिप खुलने के बावजूद मांग काफी कम है.


इससे पहले अप्रैल में देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने भी अपने इतिहास में पहली बार एक भी वाहन की बिक्री नहीं की थी. मई के महीने में केंद्र सरकार ने उद्योंगों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की इजाजत दी थी, जिसके बाद लगभग सभी कंपनियों ने अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और शोरूम खोल दिए.


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