Pavel Durov Arrest: टेलीग्राम फाउंडर की गिरफ्तारी का होने लगा विरोध, एलन मस्क और इथेरियम को-फाउंडर समेत इन्होंने उठाई आवाज
France Telegram Founder Arrest: मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के फाउंडर पावेल डुरोव को फ्रांस में गिरफ्तार किया गया है. उनकी गिरफ्तारी पर टेक जगत के कई दिग्गज चिंताएं जाहिर कर रहे हैं...
मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम चलाने वाली कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ पावेल डुरोव की गिरफ्तारी सुर्खियों में है. फ्रांस में डुरोव की हुई गिरफ्तारी ने एक बार फिर से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सेंसरशिप की चर्चा को मुख्यधारा में ला दिया है. एलन मस्क से लेकर इथेरियम को-फाउंडर विटालिक बुटेरिन तक कॉरपोरेट जगत के कई दिग्गज इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी पर चिंताएं जाहिर करने लगे हैं.
एलन मस्क बोले- आया खतरनाक समय
टेस्ला सीईओ व दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने भी इस मुद्दे पर आवाज उठाई है. एलन मस्क टेलीग्राम फाउंडर की गिरफ्तारी को सेंसरशिप के मामलों में बढ़ोतरी से जोड़कर देख रहे हैं. उन्होंने पावेल डुरोव की गिरफ्तारी से जुड़े एक अपडेट को शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया- यूरोप में 2030 आ चुका है और आपको एक मीम लाइक करने के लिए जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने सेंसरशिप के बढ़ते मामलों से जुड़े एक अपडेट को शेयर करते हुए लिखा कि समय खतरनाक हो गया है.
POV: It’s 2030 in Europe and you’re being executed for liking a meme https://t.co/OkZ6YS3u2P
— Elon Musk (@elonmusk) August 24, 2024
इथेरियम को-फाउंडर को भविष्य की चिंता
डुरोव की गिरफ्तारी ने टेक व कॉरपोरेट वर्ल्ड के कई दिग्गजों को हैरान कर दिया है. बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम के को-फाउंडर विटालिक बुटेरिन गिरफ्तारी की एक खबर पर रिप्लाई करते हुए लिखते हैं- मैंने एनक्रिप्शन को गंभीरता से नहीं लेने के कारण टेलीग्राम की पहले आलोचना की है. लेकिन अभी जो जानकारियां सामने आ रही हैं, उनसे पता चलता है कि डुरोव की गिरफ्तारी का कारण कंटेंट को मोडरेट (सेंसर) हीं करना और लोगों का डेटा नहीं देना है. यह बहुत बुरा है और यूरोप में सॉफ्टवेयर के भविष्य और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर चिंताएं पैदा करता है.
I've criticized Telegram before for not being serious with encryption.
— vitalik.eth (@VitalikButerin) August 25, 2024
But (given the info available so far: the charge seems to be just being "unmoderated" and not giving up people's data), this looks very bad and worrying for the future of software and comms freedom in Europe.
श्रीनिवासन ने कहा- लोगों को कंट्रोल करना चाहता है फ्रांस
भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी बालाजी श्रीनिवासन ने भी गिरफ्तारी की आलोचना की. श्रीनिवासन का कहना है कि फ्रांस सरकार का यह कदम अपराध को रोकने से ज्यादा लोगों को कंट्रोल करने के लिए है. वह कहते हैं- टेलीग्राम के फाउंडर को विशाल यूजर बेस के बीच क्राइम कंट्रोल नहीं करने के लिए अरेस्ट किया गया है, जबकि फ्रांस सरकार खुद अपने देश में अपराध को कंट्रोल नहीं कर पा रही है.
मानवाधिकार पर हमला मानते हैं स्नोडेन
व्हिसलब्लोअर व फ्री-स्पीच के बड़े पैरोकार एडवर्ड स्नोडेन तो इस गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति के मौलिक मानवाधिकार पर हमला बता रहे हैं. वह कहते हैं- मैं हैरान और दुखी हूं कि मैक्रोन (फ्रांस के राष्ट्रपति) प्राइवेट कम्युनिकेशन का एक्सेस पाने के लिए लोगों को होस्टेज बनाने की नीचता पर उतर आए हैं. यह न सिर्फ फ्रांस, बल्कि पूरी दुनिया की छवि को खराब करने वाला कदम है.
The arrest of @Durov is an assault on the basic human rights of speech and association. I am surprised and deeply saddened that Macron has descended to the level of taking hostages as a means for gaining access to private communications. It lowers not only France, but the world.
— Edward Snowden (@Snowden) August 25, 2024
इस कारण लोकप्रिय है टेलीग्राम ऐप
आपको बता दें कि टेलीग्राम दुनिया भर में व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. दुनिया भर के यूजर टेलीग्राम को इस कारण पसंद करते हैं कि इस प्लेटफॉर्म पर कंटेंट को बिलकुल भी सेंसर नहीं किया जाता है. इस कारण टेलीग्राम ऐप स्वतंत्रता के पक्षधरों और ह्युमन राइट एक्टिविस्ट के बीच काफी लोकप्रिय है. हालांकि सेंसरशिप या मॉडरेशन नहीं होने के चलते अपराध से जुड़े लोगों के लिए भी टेलीग्राम पसंदीदा विकल्प बन जाता है.
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