पर्सनल लोन  की ब्याज दरें अधिक  होती हैं. इसलिए पर्सनल लोन कस्टमर  की प्राथमिकता इसे जल्द से जल्द चुकाने पर होनी चाहिए. अगर आप पर्सनल लोन वक्त से पहले लौटाना चाहते हैं तो तीन तरीके अपना सकते हैं. ये हैं रेगुलर क्लोजर, प्री क्लोजर या फोर-क्लोजर और पार्ट क्लोजर.


रेगुलर क्लोजर का मतलब होता है कि आप रेगुलर लोन चुका कर इसे बंद करा रहे हैं. इसमें पर्सनल लोन की आखिरी किस्त चुकाएं और लोन बंद कराने के लिए बैंक से संपर्क करें. अपने सभी डॉक्यूमेंट बैंक में जमा करें. लोन बंद करने से पहले बैंक सारे डॉक्यूमेंट चेक करते हैं. डॉक्यूमेंट  चेक करने के बाद बैंक आपको नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट देता है. इसका मतलब यह है कि आपने बैंक का सारा लोन चुका दिया है.


प्री-क्लोजर के लिए देना पड़ता है बैंक को चार्ज 


प्री क्लोजर या फोर क्लोजर के लिए बैंक कुछ चार्ज वसूलते हैं. आम तौर यह राशि बकाया राशि की दो से चार फीसदी होती है. आपको अपने सभी डॉक्यूमेंट बैंक को देने होंगे. जितनी राशि बकाया है उसका डिमांड ड्राफ्ट मांगा जाता है. पूरा पैसा मिलने के बाद बैंक एक एकनॉलेजेंट लेटर देता है. सारी प्रक्रिया के के बाद आपको बैंक की ओर एक प्री क्लोजर एग्रीमेंट दिया जाता है.


आप अपने पर्सनल लोन का कुछ हिस्सा चुकाते है तो उसे पार्ट पेमेंट या पार्शियल पेमेंट कहते हैं. इसके लिए बैंक से संपर्क कर सकते है. आपको एक रिक्वेस्ट लेटर देनी होती है. आप जितना पार्ट पेमेंट करना चाहता है तो उसे काट कर बैंक आपका ईएमआई बनाएगा. नई ईएमआई आपको बता दी जाएगी. अब इसी हिसाब से आपको लोन चुकाना पड़ेगा. पर्सनल लोन को आपको जितनी जल्दी चुका सकें उतना बेहतर है क्योंकि इसकी दरें ज्यादा होती हैं. पर्सनल लोन चुकाने में अनुशासन बरतना बहुत जरूरी होता है. यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है.


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