Paytm IPO Impact: देश का सबसे बड़ा आईपीओ होने के बावजूद Paytm का शेयर बीते 10 साल में सबसे खराब लिस्टिंग वाले शेयर के तौर पर भी जाना जाएगा. ऐसे में अब बाजार की समझ रखने वाले विशेषज्ञों के बीच स्टार्टअप कंपनियों के आईपीओ (Start-Up's IPO) को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है. उनका कहना है कि इसका सीधा असर बहुत जल्द आने वाले कई स्टार्टअप के आईपीओ पर दिख सकता है.
बेहतरीन साल में सबसे खराब लिस्टिंग
जानकारों का कहना है कि आईपीओ के लिहाज से 2021 सबसे अच्छे सालों में से एक है. 2021 के शुरुआती 9 महीनों में कंपनियों ने IPO के माध्यम से 9.7 अरब डॉलर जुटाए हैं. भारतीय मुद्रा में ये रकम करीब 720 अरब रुपये हो जाती है. ये पिछले 2 दशक में इसी अवधि के दौरान आईपीओ से जुटाई गई ये सबसे अधिक राशि है.
हालांकि लिस्टिंग के दिन ही Paytm का शेयर 27 पर्सेंट से ज्यादा देखा गया. कंपनी के IPO का प्राइस बैंड अधिकतम 2,150 रुपये था जबकि लिस्टिंग वाले दिन ये 1,560 रुपये पर बंद हुआ.
इन कंपनियों की की बढ़ी टेंशन
Paytm की खराब लिस्टिंग की वजह से अब एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले समय में इसका असर MobiKwik और Oyo के आईपीओ पर पड़ सकता है. इसमें MobiKwik तो बिल्कुल Paytm जैसी ही पेमेंट कंपनी है. साथ ही Oyo उसी तरह से एक स्टार्टअप कंपनी है.
वैसे एक बात और है जो विशेषज्ञ कह रहे हैं. उनका कहना है कि Paytm की लिस्टिंग से कम से कम ये उम्मीद की जा सकती कंपनियों के प्रमोटर्स अब उनकी कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर थोड़ा बहुत वास्तविकता के करीब पहुंचेंगे.
Paytm से लेंगे सीख?
Paytm के IPO के लिए कंपनी का वैल्यूएशन 18.7 अरब डॉलर यानि करीब 1390 अरब रुपये करने को लेकर तो विशेषज्ञों ने पहले ही चिंता जताई थी. उनका कहना था कि बिना किसी स्पष्ट बिजनेस मॉडल वाली और घाटे में चल रही कंपनी का इतना वैल्यूएशन मौजूदा मार्केट में खराब प्रदर्शन करेगा.
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