Chinese Company Share in Paytm: देश की डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) करने वाली सबसे बडी कंपनी पेटीएम (Paytm) के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में लगभग 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली हैं. इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि पेटीएम का नाम चीनी लोन देने वाली कंपनियों के साथ जुड़ने की वजह से ऐसा हुआ है.
पेटीएम ने दी सफाई
पेटीएम ने प्रवर्तन निदेशालय (Directorate of Enforcement) की कार्रवाई के बारे में कहा कि चीनी कंपनियों से उसका कोई लिंक नहीं है. ईडी ने कहा कि छापेमारी में चीन के कुछ व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित इन कंपनियों के “मर्चेंट आईडी और बैंक खातों” में जमा 17 करोड़ रुपये जब्त किए हैं. ये कंपनियां भारतीय नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके उन्हें फर्जी तरीके से डायरेक्टर बनाती हैं, जबकि इन कंपनियों का नियंत्रण और परिचालन चीन के लोगों के हाथ में रहता है.
क्या है मामला
चाइनीज लोन ऐप मामले की जांच में ED ने Paytm के दफ्तरों पर भी छापा मारा था. कंपनी के शेयर शुरुआती गिरावट के बाद थोड़े संभले और सुबह 11.15 मिनट पर गिरावट दिखाते हुए 709.30 रुपये पर थे. इंट्रा डे में Paytm के शेयर 681 रुपये के लेवल तक आ गए थे. डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस मुहैया कराने वाली पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन-97 कम्यूनिकेशन्स (One97 Communications) है.
Paytm के शेयर गिरे
पेटीएम का कहना है कि, “ईडी ने कुछ मर्चेंट एंटिटीज की मर्चेंट आईडी से कुछ राशि पर रोक लगाने का निर्देश दिया था. हम बताना चाहते हैं कि इनमें से कोई भी फंड, जिन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है वह पेटीएम या हमारे ग्रुप की किसी भी कंपनी से संबंधित नहीं है.
हम ED का पूरा सहयोग करेंगे
पेटीएम कंपनी ने इस बात से साफ तौर पर कहा कि चाइनीज लोन ऐप मामले में जो मर्चेंट्स फंसे हैं उसके साथ कंपनी का कोई लेना देना नहीं है. कंपनी ने कहा कि कुछ मर्चेंट्स को लेकर चल रही जांच के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन मर्चेंट्स की जानकारी मांगी थी, जिनको पेटीएम द्वारा पेमेंट प्रोसेसिंग सॉल्यूशन मुहैया कराए गए हैं. पेटीएम ने कहा कि, “हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि ये सभी मर्चेंट स्वतंत्र संस्थाएं (Independent Entities) हैं और इनमें से किसी का भी संबंध हमारे ग्रुप के साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि, हम अथॉरिटीज़ के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
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