फिनटेक कंपनी पेटीएम चौतरफा संकटों के बीच एक नई कंपनी का अधिग्रहण करने जा रही है. यह डील बेंगलुरू बेस्ड एक ई-कॉमर्स स्टार्टअप बिट्सिला के साथ हो सकती है. खबरों के अनुसार, अधिग्रहण की इस डील को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
अगले सप्ताह में पूरी हो सकती है डील
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम जल्दी ही बिट्सिला का अधिग्रहण कर सकती है. बिट्सिला एक इंटरऑपरेबल ई-कॉमर्स स्टार्टअप कंपनी है, जो ओएनडीसी पर परिचालन कर रही है. ट्रांजेक्शन के हिसाब से बिट्सिला अभी ओएनडीसी पर विक्रेताओं की ओर से काम कर रही तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सौदे को फाइनल टच दिया जा रहा है. आने वाले सप्ताह में डील को पूरा किया जा सकता है.
2020 में हुई थी बिट्सिला की शुरुआत
बिट्सिला की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, स्टार्टअप की शुरुआत दशरथम बिटला और सूर्या पोकल्ली ने मिलकर 2020 में की थी. स्टार्टअप कंपनी इससे पहले प्री-सीड राउंड में एंटलर इंडिया और रेडबस के फाउंडर फणींद्र समा से फंड जुटा चुकी है. बिट्सिला एक सेलर-साइड ऐप चलाती है. बिजनेस-टू-बिजनेस सेगमेंट में काम करने वाली कंपनी ओएनडीसी पर छोटे व्यापारियों को ऑनबोर्ड करने में मदद करती है.
पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई का एक्शन
पेटीएम यह अधिग्रहण ऐसे समय में कर रही है, जब उसकी बैंकिंग यूनिट गहरे संकट का सामना कर रही है. रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर हाल ही में कार्रवाई की है और उसके ऊपर कई पाबंदियां लगा दी है. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक जोड़ने और क्रेडिट बिजनेस से तत्काल रोक दिया है. पिछले कुछ दिनों में पेटीएम के शेयर भी 50 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं.
ओएनडीसी पर पहले से मौजूद है पेटीएम
इस प्रस्तावित डील की बात करें तो इससे पेटीएम को ई-कॉमर्स बिजनेस को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. पेटीएम भी ओएनडीसी पर सर्विस दे रही है. पेटीएम 2022 से ओएनडीसी पर एक्टिव है और सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपने ऐप को इंटीग्रेट करने वाली शुरुआती बड़ी कंपनियों में शामिल है. अभी ओएनडीसी पर पेटीएम की सर्विसेज बायर ऐप के रूप में हैं.
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