New-Age Stocks: पांच स्टार्टअप कंपनियों के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को हुआ 18 अरब डॉलर का नुकसान!
IPO Update: 2021 में कई स्टार्टअप कंपनियां आईपीओ लेकर आई थीं जिसमें से ज्यादातर अपने इश्यू प्राइस से नीचे ट्रेड कर रही हैं. और निवेशकों को लाखों करोड़ का नुकसान हो रहा है.
Initial Public Offering: बीते एक साल में पांच टेक स्टार्टअप कंपनियों के आईपीओ को लेकर सबसे ज्यादा बाजार में चर्चा हुई. लेकिन इन पांच आईपीओ के वैल्यूएशन में 18 अरब डॉलर का सेंध लग चुका है. इन पांच कंपनियों में पेटीएम, जोमैटो, नायका, डेल्हीवरी और पॉलिसीबाजार का नाम शुमार है. इन कंपनियों बेहद महंगे वैल्यूएशन पर अपना आईपीओ लेकर आई जिसका खामियाजा इन कंपनियों के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को उठाना पड़ा है.
2021 में इन कंपनियों ने 18 अरब डॉलर आईपीओ के जरिए जुटाये लेकिन निवेशकों ने इन हाई-प्रोफाइल टेक शेयरों से कन्नी काट ली है. जबकि ग्लोबल बाजारों के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार ने शानदार प्रदर्शन किया है. दिग्गज स्टार्टअप कंपनियों के शेयर अपने ऑल टाईम हाई से 75 फीसदी से ज्यादा तक गिर चुके हैं.
देश की पांच इंटरनेट बेस्ड कंपनियों पेटीएम (One 97 Communications, नायका (FSN E-Commerce), जोमैटो (Zomato) पॉलिसीबाजार (PB Fintech) और डेल्हीवरी (Delhivery) के शेयरों में गिरावट से निवेशकों को 2.43 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. लिस्टिंग के पहले दिन इन कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू 4.32 लाख करोड़ रुपये के करीब थी जो अब घटकर 1.89 लाख करोड़ रुपये केवल रह गई है.
IPO प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहा पेटीएम
दूसरे सबसे बड़े आईपीओ लाने वाली कंपनी पेटीएम का सबसे बुरा हाल है. पेटीएम का इश्यू प्राइस 2150 रुपये था जो अब 539.80 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है. अपने इश्यू प्राइस से पेटीएम 75 फीसदी नीचे आ चुका है. तो मार्केट कैपिटाईजेशन 1,39,000 करोड़ रुपये से घटकर 35,041 करोड़ रुपये पर आ चुका है. यानि निवेशकों का 1.05 लाख करोड़ रुपये डूब चुका है.
Nykaa की चमक पड़ी फीकी
Nykaa की मार्केट कैप लिस्टिंग के दिन 1.04 लाख करोड़ रुपये थी जो अब घटकर 52,864 करोड़ रुपये रह गई है. Nykaa ने 1125 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ जारी किया था. कंपनी ने एक शेयर के बदले पांच बोनस शेयर जारी किए हैं. उसके मुताबिक शेयर 428.95 रुपये के लेवल तक गया था जो अब 185 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है. कंपनी अपने आईपीओ प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहा है.
जोमैटो ने किया निराश
जोमैटो के शेयर में लिस्टिंग के बाद शानदार तेजी देखी गई थी. लेकिन लॉक इन पीरियड खत्म होने के बाद निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बेच दी. 76 रुपये के इश्यू प्राइस के बाद कंपनी के शेयर ने 169 रुपये के हाई को छूआ था लेकिन अब ये 67.70 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. 23 जुलाई, 2021 को लिस्टिंग के दिन जोमैटो का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये था जो अब केवल 57,895 करोड़ रुपये रह गया है.
पॉलिसीबाजार आईपीओ प्राइस से नीचे
पॉलिसी बाजार का इश्यू प्राइस 980 रुपये था जो अब 371.55 रुपये पर ट्रेड कर रहा है यानि 62 फीसदी नीचे. पॉलिसीबाजार ने निवेशकों को झटका दिया है. यह शेयर 2021 में 15 नवंबर को लिस्ट हुआ था और तब इसका मार्केट कैप 54,070 करोड़ रुपये था. अब यह घटकर 16,701 करोड़ रुपये रह गया है.
Delhivery के निवेशकों को नुकसान
लॉजिस्टिक कंपनी Delhivery 487 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ लेकर आई थी. लेकिन फिलहाल शेयर 367.30 रुपये पर ट्रेड कर रहा है यानि 25 फीसदी आईपीओ प्राइस से नीचे. कंपनी का प्री-आईपीओ वैल्यूएशन 35,283 करोड़ रुपये था जो घटकर 26,698 करोड़ रुपये रह गया है.
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