Ponzi Scheme: पॉन्जी स्कीम का शिकार हुए 6 करोड़ निवेशकों को खुशखबरी, वापस मिलेंगे 50000 करोड़ रुपये
Pearl Group Scam: पर्ल ग्रुप ने लोगों को प्लॉट देने का झांसा देकर फंसाया था. इसके बाद यह रकम अन्य कंपनियों में ट्रांसफर की गई और हवाला के जरिए देश के बाहर भेज दी गई थी.
Pearl Group Scam: पर्ल ग्रुप (Pearl Group) की पॉन्जी स्कीम (Ponzi Scheme) का शिकार हुए निवेशकों के लिए राहत भरी खबर आई है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने इस फर्जीवाड़े का शिकार बने करीब 6 करोड़ निवेशकों को 50 हजार करोड़ रुपये रिफंड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सेबी (SEBI) ने पर्ल ग्रुप पर अवैध तरीके से पैसा जुटाने के आरोप में बैन लगाया था. कंपनी पर आरोप था कि उसने 18 साल के दौरान करोड़ों निवेशकों से यह रकम ली थी. उन्होंने इस पॉन्जी स्कीम के तहत निवेशकों को प्लॉट देने का वादा किया था. सीबीआई (CBI) ने इस मामले में फरवरी, 2014 में एफआईआर रजिस्टर कराई थी.
पर्ल ग्रुप ने प्लॉट देने का झांसा देकर लोगों को फंसाया
ईडी ने पर्ल एग्रो ग्रुप की करीब 700 करोड़ रुपये की जब्त संपत्ति की जानकारी जस्टिस लोढ़ा कमेटी को दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पॉन्जी स्कीम का शिकार हुए लोगों की मदद के लिए यह समिति बनाई थी. ईडी की जांच में पता चला कि पर्ल ग्रुप ने प्लॉट देने का झांसा देकर लोगों को फंसाया था. मगर, कंपनी ने निवेशकों से मिले फंड को कोलकाता में रजिस्टर शेल कंपनियों को दे दिया था. इस पैसे को कैश में तब्दील कर हवाला के माध्यम से दुबई भेज दिया गया था. इसके बाद इस पैसे की मदद से होटल और रिसॉर्ट खरीद लिए गए थे.
निवेशकों से हड़पे पैसे से ऑस्ट्रेलिया में खरीदी थी प्रॉपर्टी
जांच के दौरान पता चला था कि बहुत बड़ी रकम से ऑस्ट्रेलिया में भी प्रॉपर्टी खरीदी गई थी. साल 2018 में पर्ल ग्रुप और इसके प्रमोटर निर्मल सिंह भांगू (Nirmal Singh Bhangoo) की 462 करोड़ रुपये की ऑस्ट्रेलिया में मौजूद दो प्रॉपर्टी को ईडी ने जब्त कर लिया था. इसके 4 साल बाद 244 करोड़ रुपये की अन्य प्रॉपर्टी को भी जब्त कर लिया गया था. अब इनकी कीमत करीब 1000 करोड़ रुपये हो चुकी है.
20 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 78 फ्लैटों की वापसी शुरू
रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने पहले ही एसआरएस ग्रुप (SRS Group) के गुरुग्राम स्थित प्रोजेक्ट एसआरएस पर्ल (SRS Pearl), एसआरएस सिटी (SRS City), एसआरएस प्राइम (SRS Prime) के घर खरीदारों को 20 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 78 फ्लैटों की वापसी शुरू कर दी है. इस मामले में जांच अभी भी की जा रही है. पिछले हफ्ते ही ईडी ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और उत्तराखंड में 44 जगह पर तलाशी की थी.
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