BMS To Protest: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ( RSS) की मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संगठन (Bharatiya Mazdoor Sangh) अपने ही सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. बीएमएस ( BMS) ने ये फैसला लिया है कि न्यूनत्तम पेंशन ( Minimum Pension) को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये हर महीने करने की मांग 20 जनवरी 2022 को ईपीएफओ ( Employees Provident Fund Organization) के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी. बीएमएस की कार्यसमिति की बैठक में ये फैसला लिया गया है.
बीएमएस के मुताबिक 20 जनवरी 2022 को सेंट्रल ट्रेड यूनियन सभी ईपीएफ-95 पेंशनर्स को लेकर ईपीएफओ दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेंगे फिर वित्त मंत्री के सामने ज्ञापन सौंपेंगे. बीएमएस का कहना है कि ईपीएफओ की ईपीएफ-95 के तहत पेंशन एक बड़ा मुद्दा बन चुता है जो 65 लाख पेंशनर्स को प्रभावित करती है. कोरोना महामारी के दौरान भी आजीवन काम करने वालों को केवल 1,000 रुपये ही न्यूनत्तम पेंशन मिल रहा है. यह एक निराश्रित पेंशन से भी कम है, इसलिए ईपीएस -95 के तहत न्यूनतम पेंशन को मौजूदा 1000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह की जानी चाहिए.
बीएमएस ने कहा है कि न्यूनत्तम पेंशन में बढ़ोतरी के किसी भी फैसले का लाभ सभी 65 लाख पेंशनर्स को मिलना चाहिए. पिछली बार जब पेंशन बढ़ा था तब 44 लाख पेंशनर्स में से केवल 14 लाख पेंशनधारकों को फायदा पहुंचा था. बीएमएस के मुताबिक श्रम मंत्रालय ने सैद्धांतिक तौर ईपीएस-95 पेंशनर्स को आयुष्मान भारत मेडिकल स्कीम के तहत कवर करने को मंजूरी दे दी थी क्योंकि कम पेंशन होने के चलते ये पेंशनर्स सुपर स्पेशयलटी अस्पताल में इलाज नहीं करा पाते हैं. बीएमएस ने कहा कि सरकार को ऐसा यूनिवर्सल पेंशन स्कीम तैयार करना चाहिए जिसमें आखिरी वेतन का 50 फीसदी पेंशन मिले. बीएमएस ने अपनी इन मांगों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुए बजट पूर्व बैठक में भी 18 दिसंबर 2021 को उठाया था.
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